कन्या राशि को राशि चक्र में छठे स्थान पर रखा गया है। इसका राशि चिन्ह कन्या अर्थात लड़की है, जिसके हाथों में फूल की एक डाली है जिसके द्वारा मानवता का संदेश देती है। इसीलिए इन लोगों की हर किसी की सहायता करने की आदत होती है। बुध इस राशि का स्वामी है। राशि चक्र में 150 से 180 अंशों तक इसका विस्तारपूर्वक वर्णन है। यह राशि पृथ्वी तत्व की होती है। कन्या राशि के व्यक्ति अक्सर शर्मीले स्वभाव के होते हैं। ये लोग हर विषय पर गहन विचार करते हैं। ये स्वास्थ्य कल्याण पर अधिक ध्यान देते हैं।
व्यक्तिगत विशेषताएं
कन्या राशि के लोग पढ़ाई/अध्ययन के प्रति रुचि लेने वाले होते हैं। इन्हें अपने संपूर्ण जीवन में सलीके से या व्यवस्थित रूप से होना व रहना बहुत अच्छा लगता है।
इसीलिए इनके अंदर हर चीज को प्रबंधित ढंग से करने की क्षमता होती है। इनका व्यवहार बहुत ही कुशल व अच्छा होता है। ये लोग सत्य बोलने वाले तथा ईमानदार होते हैं। कभी-कभी इनका व्यवहार स्वयं इन्हीं के लिए खतरे का कारण बन जाता है। इनका हर बात पर बहुत विचार करना, इनके लिए मजाक का कारण बन जाता है।
इन्होंने अपने बचपन में ही संघर्षपूर्ण जीवन जीया होता है, इसलिए बड़े होते-होते इन्हें हर चीज़ की अहमियत समझ आने लगती है। इन लोगों में हर चीज को सटीक रूप से करने की क्षमता होती है। इनके अंदर कई राज/रहस्य छिपाने की कला होती है जिनका पता ये किसी को भी नहीं लगने देते। स्वयं बनाई गई योजना को ये किसी भी कीमत में पूरा करके ही मानते हैं। मनुष्यों का दयालुपन इन्हें अपनी ओर आकर्षित करता है। इस राशि के पुरुषों के अंदर खुद हर चीज़ के लायक/योग्य बताने की कला होती है तथा इनकी एक बुराई यह है कि ये लोग बिना वजह के धोखाधड़ी द्वारा लोगों से नफरत करने शुरू कर देते हैं। इन्हें हर चीज़ की बहुत बेचैनी होती है। ये गंभीर व विचारशील स्वभाव के होते हैं।
शरीर की आकृति
रुचि/पसंद
गुण/अच्छाई
कमी/गलत आदतें
वैवाहिक जीवन
कन्या राशि के व्यक्तियों को मकर या वृश्चिक राशि के पति/पत्नी मिलते हैं जिनके साथ इनका वैवाहिक जीवन बहुत ही सुखद रहता है। इस राशि के पुरुषों का जीवन अपनी पत्नी के आ जाने पर बदल से जाता है। ये लोग अपने परिवार व मित्रों के प्रति वफादार होते हैं और उनका बहुत सम्मान करते हैं। इनके बच्चे बहुत ही होशियार होते हैं और वे अपने माता-पिता का नाम रोशन करते हैं। अतः कन्या राशि के लोगों को अपनी संतान से भी सुख प्राप्त होता है।
नौकरी/पढ़ाई
इनको पढ़ाई से विशेष प्रेम होता है और ये शिक्षा के क्षेत्र में बहुत आगे जाते हैं। ये जिस भी विषय को अपनाते हैं, उसमें अवश्य सफल होते हैं। इनके लिए पत्रकारिता, फोटो-वीडियोग्राफी तथा संगीत आदि के क्षेत्र में कार्य करना बहुत अच्छा रहता है। ये लोग किए भी व्यवसाय में नेतृत्व नहीं कर सकते। इन्हें किसी के नेतृत्व में कार्य करना ही अच्छा लगता है। ये भूमि से जुड़े कार्य जैसे कंस्ट्रक्टिव कार्य और इसके अतिरिक्त ये खगोल विज्ञान के खगोलशास्त्रीय, हस्तशिल्प और अध्यापक भी बन सकते हैं। इनके लिए किसी के साथ साझेदारी से ही व्यवसाय करना चाहिए क्योंकि ये इनके लिए यह सफलता का रास्ता होता है।
प्रेम जीवन/प्रेमी
वृष तथा मकर राशि के लोग इनकी तरफ आकर्षित होते हैं। इनके प्रेम का तरीका थोड़ा हट के होता है। ये अपने साथी के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। और ये उन्हें कोई न कोई उपहार देते ही रहते हैं। ये अपने प्रेमी के साथ उत्तरदायित्वों का ध्यान भी रखते हैं। इनके अनुसार प्रेम सिर्फ शारीरिक ही नहीं अपितु मानसिक भी होता है। वे एक-दूसरे की आत्मा से जुड़ना प्रेम मानते हैं। यदि ये किसी कारणवश मानसिक लगाव के व्यक्ति बन जाते हैं, तो उनके हिसाब से प्रेम का अंत हो जाता है। ये साथी से मिलने वाले प्रेम का ये बहुत सम्मान करते हैं और ये बहुत खुश रहकर अपना जीवन व्यतीत करते हैं। कन्या राशि के व्यक्ति अक्सर अपनी उम्र से अधिक उम्र के विपरीत लिंग पर आकर्षित होते हैं। ये अपने प्रेमी को हर प्रकार से खुश रखना चाहते हैं। कन्या राशि के बारे में यह कहा जाता है कि ये लोग मानसिक तौर पर वृश्चिक राशि की ओर तथा शारीरिक तौर पर मकर राशि की ओर आकर्षित हो जाते हैं और इनकी ये जोड़ी आगे चलकर सफल होती है।
घर/परिवार, माता-पिता
कन्या राशि के लोग अपने घर के सभी सदस्यों की सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। इनके घर के सदस्य काफी आध्यात्मिक होते हैं। ये अपने घर की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाने के लिए सदैव तैयार रहते हैं। घर वाले इनका बहुत सम्मान करते हैं। इनके भाई-बहन और माता पिता इनके प्रति प्रेम का भाव रखते हैं और इनका बहुत खयाल रखते हैं। इन्हें अपने घर के सदस्यों, आस-पड़ोस के लोगों का पूरा सहयोग मिलता है।
दोस्त/करीबी
स्वास्थ्य / खान-पान
कन्या राशि के जातक समय से भोजन न करने की वजह से पेट की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। इस राशि के लोगों में त्रिदोष - वात, पित्त तथा कफ आदि देखने को मिलते हैं। इस राशि की महिलाओं के बाल झड़ने की समस्या होती है। इनके सिर में तेज दर्द होने की वजह से इनके नेत्रों की ज्योति धीरे-धीरे कम होती चली जाती है, इस कारण इनके मस्तिष्क पर प्रभाव भी पड़ता है और इनकी याद करने की क्षमता कम हो जाती है। इन्हें अपने स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए ठीक समय पर भोजन करना चाहिए और सात्विक भोजन करना चाहिए, साथ ही इन लोगों को सुबह योग करना आवश्यक होता है। इससे इनके शरीर में ऊर्जा व ताजगी आती है। इनके लिए हरी सब्जियों तथा फलों का सेवन करना स्वास्थ्यवर्धक होता है। इन लोगों को मांसाहारी भोजन व धूम्रपान करने से बचना चाहिए।
शुभ अंक: 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 68, 1, 4, 6, 7
अशुभ अंक: 3, 8, 9, 2
शुभ रंग: हरा, नारंगी, सफेद, पीला
शुभ दिन: शुभ- बुधवार, शुक्रवार, शनिवार
अशुभ दिन: मंगलवार