ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों को काफी महत्व दिया जाता है। नवग्रहों में सभी ग्रहों के अलग-अलग उपाधि, अलग-अलग प्रक्रियाएं एव प्रभाव होते हैं जिसमें सभी ग्रहों के मध्य बुध को युवराज की संज्ञा दी गई है।
बुध चंद्र देव के पुत्र है जो मिथुन राशि और कन्या राशि के स्वामी ग्रह है। बुध, मीन राशि में नीच अवस्था में राशि गत होते हैं। सभी अन्य राशियों की भांति बुध भी अपनी कालावधि व गोचर काल आदि के मुताबिक राशि परिवर्तन करते हैं, साथ ही अपने चाल परिवर्तन आदि की गतिविधियां भी करते हैं।
इसी के मध्य 25 जनवरी की शाम बुध मकर राशि में अपनी यात्रा, अर्थात गोचर की अवधि समाप्त कर 25 जनवरी संध्याकाल 4 बजकर 53 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं। बुध कुंभ राशि में 30 जनवरी की रात्रि 9 बजकर 18 मिनट पर वक्री हो जाएंगे, तत्पश्चात यह वक्री चाल में गोचर करने लगेंगे जिसमें यह 4 फरवरी की रात्रि 10 बजकर 38 मिनट पर पुनः मकर राशि में प्रवेश कर जाएगा।
मकर राशि में गोचर करते हुए 21 फरवरी को प्रातः 6 बजकर18 मिनट पर मार्गी हो जाएंगे और मार्गी अवस्था में ही बुध के गोचर की काल अवधि गतिमान रहेगी और इसी दौरान यह 11 मार्च को पुनः कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। फिर 1 अप्रैल की मध्यरात्रि को 12 बजकर 40 मिनट पर बुध का मीन राशि में प्रवेश हो जाएगा।
मीन राशि में बुध नीच राशिगत माने जाते हैं। कुल मिलाकर इस बुध के राशि परिवर्तन का प्रभाव कई राशियों पर पड़ने वाला है, साथ ही इसके गोचर की काल अवधी सभी 12 राशियों के जातकों पर अपना असर छोड़ेगी। तो आइए जानते हैं सभी 12 राशियों पर बुध के इस राशि परिवर्तन के प्रभाव आदि के संबंध में।
मेष राशि
आपकी राशि के लाभ भाव में बुध गोचर करेगा जो आपके लिए लाभकारी परिणाम प्रदायक साबित होगा। सभी परिस्थितियां आपके अनुकूल बनी रहेंगी। आपके द्वारा किए गए सभी कार्यों के सफल एवं सार्थक होने के आसार नजर आ रहे हैं। यदि आप किसी भी प्रकार के नए योजनाओं का क्रियान्वयन करने जा रहे हैं, तो आपके लिए परिस्थितियां अनुकूल रहेगी। इस दौरान आपको कुछ नये-नये लोगों से मुलाकात करने का भी बढ़िया अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थियों के लिए दिन काफी बढ़िया रहने वाला है, आपके लिए अनुकूल परिस्थितियां निर्मित होंगी। संतान से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकलेगा। कुछ नवविवाहित जातकों के संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव आदि के योग बन रहे हैं। इस दौरान अपनी योजनाओं की गोपनीयता को बरकरार रखें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के दशम भाव अर्थात कर्म भाव में बुध गोचर करने जा रहा है जिस वजह से आपके आर्थिक हालात के बेहतर एवं सुदृढ़ होने के आसार नजर आ रहे हैं। आप अपने कारोबार, कार्यक्षेत्र आदि में खूब उन्नति करेंगे। आपके उच्च अधिकारी भी आपके साथ प्रेम व्यवहार बनाए रखेंगे। नौकरी पेशा जातकों की उन्नति के कई नए-नए मार्ग प्रशस्त होंगे। माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर आपको थोड़ा अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। संपत्ति से जुड़े मसलों के विषय में आप के पक्ष में ही आएगा। इस दौरान आप मकान, वाहन आदि की खरीदारी भी कर सकते हैं, इसके लिए भी समय आपके हित में रहेगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के भाग्य भाव में बुध का गोचर होने जा रहा है जिस वजह से आपका धार्मिक क्रियाकलापों में मन लगेगा। आप ऐसे क्रियाकलापों में अपना काफी धन भी खर्च करेंगे। हालांकि आपकी आर्थिक स्थिति काफी सुदृढ़ होगी। आपके अंदर जोश, उत्साह, उमंग व पराक्रम का भाव बना रहेगा। आप जिस भी तथ्य से जुड़े विषय में कोई भी निर्णय लेंगे, लोग आपके उस निर्णय की खूब तारीफ और आपकी सराहना करेंगे। विदेशी कंपनियों के लिए नौकरी आदि हेतु किए गए प्रयासों के सफल एवं सार्थक होने के आसार नजर आ रहे हैं। विदेशी नागरिकता हेतु भी प्रयास सार्थक होंगे। विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल बना रहेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के आठवे भाव में बुध का गोचर करना आपके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। आपके समक्ष संभवत कुछ उतार-चढ़ाव से युक्त परिस्तिथियाँ आ सकती हैं जो आपके मन को दुखी को परेशान करेंगे। हालांकि कार्यक्षेत्र आदि में यदि आपके समक्ष कुछ चुनौतीपूर्ण स्थिति आती हैं, तो आपको इससे ग्रह-गोचर के प्रभाव आदि को मानकर झेलने की बजाय चुनौतियों से लड़ने का प्रयत्न करना चाहिए। सेहत को लेकर संभल कर रहे, किसी भी दवाई आदि के सेवन से पूर्व से संबंधित स्वयं पर इसके प्रभाव आदि के बारे में जान लें तो बेहतर हैं। इस दौरान खानपान पर विशेष ध्यान दें।
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