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बुध का तुला राशि में गोचर सितम्बर 2020, जानिये क्या होगा इसका आपकी राशि पर असर

Mercury Transit in Libra on 22 September 2020 Effects on all Zodiac Signs

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक राशि परिवर्तन की प्रक्रिया नव ग्रहों द्वारा निरंतर निहित अवधि तय अवधि के अंतराल में चलती रहती है जो सभी 12 राशियों के जातकों के ऊपर अपना प्रभाव दर्शाती हैं। इसी दौरान नवग्रहों में से बुध जो कि बुद्धि, वाणी, कारोबार व सांसारिक छवि अथवा संसाधनों हेतु कारक ग्रह माने जाते हैं, वे अपनी स्वराशि कन्या से अपने गोचर काल की अवधि को समाप्त कर 22 सितंबर की संध्या कालीन बेला में 4 बजकर 53 मिनट पर तुला राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। बुध तुला राशि में प्रवेश कर 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 30 मिनट तक विद्यमान रहने के पश्चात वक्री हो जाएंगे जो नवंबर माह की 3 तारीख रात्रि 11 बजकर 15 मिनट पर वक्री के पश्चात मार्गी हो जाएंगे। इसी दौरान वक्री मार्गी अवस्था का भोग करते हुए बुध ग्रह तुला राशि में लगातार एक माह 24 दिनों तक विद्यमान रह कर अपने गोचर की कालावधि को पूर्ण करते हैं।

तत्पश्चात बुध अपनी राशि परिवर्तित कर 28 नवंबर की प्रातःकाल 7 बजकर 02 मिनट पर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे जिसका अन्य सभी 12 राशियों के ऊपर गहरा असर देखने को मिलेगा। बुध का होने वाला यह गोचर शुक्र की राशि तुला में हो रहा है जो की आपस में मित्रता का संबंध रखते हैं। अतः बुध के गोचर का प्रभाव विशेष तौर पर उन जातकों के ऊपर देखने को मिलेगा जिनकी कुंडली में बुध की स्थिति अच्छी है। उन जातकों के लिए यह गोचर अत्यंत ही शुभकारी प्रभाव दर्शाने वाला होगा। जबकि जिन जातकों की कुंडली में बुध की स्थिति अच्छी नहीं है, उनके लिए संभावित इस गोचर का परिणाम बेहतर ना रहे। वहीं अगर हम बुद्ध के ज्योतिषीय प्रकृति के संबंध में बात करें तो बुध, कन्या और मिथुन राशि के स्वामी ग्रह माने जाते है जिसकी नीच राशि मीन होती है। जबकि कन्या राशि बुध की उच्च राशि मानी जाती है। कुल मिलाकर यह कन्या, मिथुन एवं मीन के साथ-साथ अन्य 12 राशियों के ऊपर भी अपना गहरा असर डालेगा।

तो चलिए जानते हैं बुध के द्वारा होने वाले इस राशि परिवर्तन का अन्य सभी 12 राशियों के ऊपर क्या कुछ प्रभाव प्रदर्शित होगा।

मेष राशि

बुध का होने वाला यह राशि परिवर्तन मेष राशि के जातकों के सप्तम भाव में प्रदर्शित होगा जो मेष राशि के जातकों के लिए अत्यंत ही शुभ परिणाम दिलाने वाला है। यह आपके जीवन में आ रही सभी प्रकार की सफलताओं को सिद्ध कर आएगा। यदि आप नए कारोबार के आरंभ करने हेतु मन बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए अत्यंत उपयुक्त है। नौकरी पेशा जातक यदि अपने कारोबार में परिवर्तन हेतु प्रयासरत हैं, तो यह समय आपके लिए भी अच्छा  रहेगा। केंद्र व राज्य सरकार से जुड़े सभी कार्य आपके बन जाएंगे। विदेश यात्रा अथवा विदेशी नागरिकता हेतु प्रयासरत हैं, तो यह समय आवेदन करने अथवा प्रक्रिया आरंभ करने हेतु अत्यंत ही उपयुक्त है। बुध के राशि परिवर्तन का प्रभाव सप्तम भाव में देखने को मिल रहा है, इस कारण से आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव परिलक्षित हो सकता है। आपको अपने सेहत के मामले में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। वहीं अविवाहित विवाह योग्य जातकों के विवाह संबंधित वार्तालाप के सफल होने के आसार हैं।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के छठे भाव में बुध का यह गोचर अपने प्रभाव दर्शाने वाला है। छठा भाव जातकों का शत्रु भाव का माना जाता है, अतः यह गोचर आप के लिए मिश्रित परिणाम दर्शाएगा। इस दौरान आपको आर्थिक मामलों में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। आर्थिक पक्ष को लेकर लेन-देन में बढ़ोतरी हो सकती है, अतः किसी को कर्ज ना ही दे और ना ही लेने की चेष्टा करें। साथ ही स्वास्थ्य के मामले में भी आपको अधिक सजग रहने की आवश्यकता है, सेहत में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान आपके गुप्त शत्रु अधिक सक्रिय रहेंगे जो आपके विरुद्ध अनेकानेक प्रकार के षड्यंत्र रच देंगे, साथ ही आप के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने हेतु बहुत प्रयत्न करेंगे। विद्यार्थियों के लिए समय बढ़िया रहने वाला है, आपके द्वारा किए गए कठिन से कठिन प्रयासों का आपको उत्तम परिणाम मिलेगा। आपको आपकी मेहनत का सफल परिणाम प्राप्त होगा। वहीं प्रेम जीवन व्यतीत करने वाले जातकों के लिए समय कुछ ठीक नहीं है, आपके रिश्ते में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा, आपसी मनमुटाव की स्थिति बनी रहेगी। संतान से जुड़ी सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान निकलेगा। इस दौरान आपकी खर्च में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ कष्टदायक यात्राओं के भी योग हैं।

मिथुन राशि

बुध का होने वाला यह गोचर मिथुन राशि के जातकों के पंचम भाव को प्रभावित करता है जो मिथुन राशि के जातकों के लिए अत्यंत ही शुभकारी रहने वाला है। यह आपके लिए काफी सुनहरा अवसर रहेगा। इस दौरान आपके सभी कार्य स्वयं ही बनते चले जाएंगे। विद्यार्थियों के लिए यह समय काफी अनुकूल है, आपको सफलता की प्राप्ति होगी। संतान के प्रति आपके जो भी दायित्व रह रहे होंगे, वे सभी सरलता पूर्वक संपन्न हो जाएंगे। वहीं नवविवाहित जातकों के संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग बन रहे हैं। आपके जो भी अटके या लंबित कार्य होंगे, उन कार्यों के भी बन जाने के आसार हैं। आपका धार्मिक क्रियाकलाप में मन लगेगा, पूजा-पाठ आदि जैसे कार्यक्रम में भागीदारी निभाने के साथ हिस्सेदारी भी करेंगे। इन सभी का आपके ऊपर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आपके ऊपर शुभ दृष्टि पड़ रही है जिस वजह से आपके भाइयों की ओर से आपको आर्थिक सहयोग प्राप्त हो सकता है। आर्थिक पक्ष को लेकर भी समय अनुकूल रहने वाला है। कार्यक्षेत्र में उच्च अधिकारियों से संबंध में मधुरता बनाए रखना ही आपके लिए हितकर है।

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