हिंदू धर्म में माने जाने वाले ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से सभी ग्रहों के अपने अलग-अलग कारक तत्व एवं अलग स्वभाव होते हैं। ज्योतिषी के अनुसार मंगल ग्रह को सभी ग्रहों का सेनापति भी कहा जाता है, क्योंकि सभी ग्रहों में मंगल का स्थान सबसे ऊपर होता है।
पृथ्वी का पुत्र कहा जाने वाला मंगल ग्रह सभी ग्रहों पर प्रबल एवं अत्यधिक शक्तिशाली होता है। ऐसे जातकों को प्रभावशाली, ऊर्जावान एवं बुद्धिमान माना जाता है जिनकी राशि में मंगल का स्थान सबसे ऊपर एवं शुभ भाव के साथ विराजमान होता है।
ज्योतिषी शास्त्र के अनुसार मेष राशि एवं वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल ग्रह को ही माना जाता है। मंगल ग्रह का स्थान कर्क राशि में सबसे नीच होता है, वहीं मकर राशि में मंगल ग्रह का सबसे उच्च स्थान माना जाता है। इसके बावजूद भी मंगल का प्रभाव जिस पर सबसे अधिक होता है, वहीं राशियां सबसे अधिक प्रबल कहीं जाती हैं.
2 जून 2021 यानी आज से हो चूका है मंगल ग्रह का राशि परिवर्तन
मंगल ग्रह स्वभाव से काफी क्रोधित एवं शक्ति शाली माना जाता हैं और इसके क्रूर स्वभाव के कारण बाकी राशि के जातकों को हमेशा यह डर रहता है कि कहीं उनकी कुंडली में मंगल चौकड़ी मार के ना बैठ जाए। 2 जून की सुबह 6 बजकर 49 मिनट पर मंगल ग्रह का प्रवेश कर्क राशि में हो चूका है।
मिथुन से कर्क की यात्रा आज से प्रारंभ हो चुकी है। मंगल ग्रह में कर्क राशि को सबसे नीच स्थान पर माना जाता है आज से 20 जुलाई तक मंगल का निवास कर्क राशि में ही होगा एवं 20 जुलाई के बाद मंगल ग्रह का प्रवेश सिंह राशि में हो जाएगा।
बाकी ग्रहों को छोड़कर केवल मंगल ग्रह ही एक ऐसा ग्रह है जो अपने से नीच राशि के अंदर भ्रमण करते हुए उनके भी योग का लाभ उठा लेता है। नीच राशियों के स्वामी चंद्रमा को कहा जाता है और जैसे-जैसे चंद्रमा केंद्र और त्रिकोण के अंदर विराजमान होते हैं एवं भ्रमण शुरू करते हैं, मंगल राशि का यह नीच राशि योग पूर्णतया खंडित हो जाता है और मिलाजुला कर यही कारण है कि इस पूरी प्रक्रिया का अच्छा-बुरा, सकारात्मक-नकारात्मक, हीन प्रभाव आदि सभी राशि के जातकों पर देखने को मिलते हैं। तो आइए हम आपको बताते हैं कि मंगल ग्रह का यह गोचर 12 राशियों पर क्या-क्या अच्छा-बुरा प्रभाव डालेगा।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों की इस दौरान आमदनी में वृद्धि के आसार दिख रहे हैं, परंतु आपके जीवनसाथी या सहयोगी के साथ कोई बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान होने की संभावना बन सकती है। हालाँकि आपके जमीन-जायदाद से जुड़े कष्टों का निपटारा होने का आसार है, परंतु सगे-संबंधियों की ओर से कुछ बुरे समाचार भी मिल सकते हैं जिस कारण मन उद्वेलित रहेगा और मानसिक तनाव की स्थिति बनी रहेगी। कोशिश करें कि घर-परिवार में अपने लोगों के स्वास्थ्य का समुचित ध्यान रखें एवं यात्रा के समय सावधानी बरतें।
वृषभ राशि
इस राशि के जातकों के लिए यह समय मिलाजुला परिणाम देगा। चूँकि मंगल का स्थान आपके तीसरे भाव में होगा, इसलिए पराक्रम का योग बन रहा है। जब आपकी राशि से चंद्रमा केंद्र और त्रिकोण में भ्रमण कर रहे होंगे तो यह पराक्रम का भाव अधिक लाभकारी होगा। इस दौरान पारिवारिक बड़े-छोटे सदस्यों के बीच मतभेद ना होने दें, साथ ही अपने से छोटों का विशेष ख्याल रखें। किसी को भी ज्यादा रुपए पैसे उधार देने की कोशिश ना करें वरना आर्थिक हानि हो सकती है और इससे भविष्य में कष्ट भी मिल सकता है।
मिथुन राशि
आपकी राशि में मंगल का प्रभाव कुछ खास नहीं रहेगा, पर फिर भी झगड़े एवं विवाद से दूर रहें। केस, पुलिस मुकदमा आदि विवादों से जितना हो सके दूरी बनाकर रखें। अपने क्रोध पर नियंत्रण कायम रखें। परिवार में होने वाली असमय क्लेश के कारण मानसिक तनाव की स्थिति उत्पन्न ना होने दें।
कर्क राशि
मंगल ग्रह का भ्रमण कर्क राशि के पहले के पहले भाव में होने जा रहा है। चूँकि मंगल ग्रह में कर्क राशि को सबसे नीच स्थान दिया गया है, इस वजह से इस राशि के लोगों के लिए थोड़ा मिलाजुला प्रभाव देखने को मिलेगा। इस अंतराल अपने क्रोध एवं अहंकार को संयमित कर नियंत्रण में रखें अन्यथा कई तरह की अड़चने एवं परेशानियां आपको उठानी पड़ सकती हैं। अपने वैवाहिक जीवन को थोड़ा समय देना का प्रयास करें। स्वास्थ्य के प्रति कोई भी लापरवाही ना बरतें।
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