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ये राशियां होती है सबसे अधिक सक्रिय व प्रगतिशील

Zodiac signs that are active and progressive

भारतीय संस्कृति में ग्रहों व नक्षत्रों का बहुत महत्व माना जाता है। मान्यता है कि जातक के जीवन में घटित होने वाली समस्याएं व विभिन्न परिस्थितियां के लिए इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। ये जिस भी रूप में जातक की राशि में विराजमान होते हैं, उसी भाव स्वरूप फल प्रदान करते हैं। इसलिए कुछ राशियों के जातक अति प्रगतिशील होते हैं, एवं कुछ को अपने जीवन में अति संघर्ष कर, दर-बदर की ठोकरों का सामना करना पड़ता है और प्रतिकूल परिस्थितियों में अपना जीवन यापन करना पड़ता है। तो आईए जानते हैं कौन सी राशियां होती है सबसे अधिक प्रगतिशील।

राशियां जो होती है सबसे अधिक प्रगतिशील

मेष

मेष राशि के जातकों को सूर्य के समान तेज, प्रतापी, जागरूक, प्रगतिशील व ऊर्जावान का कारक माना जाता है। मेष राशि का स्वामी ग्रह मंगल होता है। यह अग्नि के समान तेजस्वी व उत्साही होते हैं। ये किसी भी तरह के कार्य को करने में अग्रसर रहते हैं और हर कार्य को बहुत ही सहजता एवं विनम्र भाव से पूर्ण करने का प्रयास करते हैं, अंतत:सफल भी होते हैं। कभी कभी इनकी यह उत्सुकता इनके जीवन में कई विपदाओं व समस्याओं को खड़ा कर देती हैं किंतु यह लोग उन सभी समस्याओं का निवारण कर उत्कृष्टता को स्थापित करते हैं। ये जातक अपने कार्यों को निर्भीकता भाव से पूर्ण करते हैं, अर्थात निडर होकर अपनी प्रतिकूल परिस्थिति को अनुकूल बनाने का प्रयास करते हैं। सफलता इनके कदमों को स्पर्श करती है किंतु उस सफलता तक पहुंचने हेतु जीवन में अधिक मेहनत व साहस एवं संघर्ष की आवश्यकता होती है जिस कारण यह हमेशा अपने कार्य को लेकर चिंतित व हमेशा आवेग में रहते हैं। अपने कार्य क्षेत्र व किसी व्यापार के प्रति यह लोग सजग रहते हैं, किसी भी छोटी सी गलती होने पर जल्दी ही गुस्सा हो जाते हैं किंतु किसी भी व्यक्ति से गिला नहीं रखते।

सिंह

सिंह राशि ऊर्जा, आत्मविश्वास, साहस, निडरता आदि गुणों से निर्मित होती है। ये जातक सिंह के समान साहसी, निडर व विश्वास से पूर्ण होते हैं। यह समाज में अपनी एक अलग छाप छोड़ते हैं। ये वाकपटुता कला में जन्म से ही धनी होते है। यह खरी बात को भी सरलता पूर्वक सभी को समझा देते हैं, बिना किसी हिचकिचाहट के। उत्साह से पूर्ण यह लोग हमेशा ऊर्जावान रहते हैं। किसी कार्य को बहुत ही सुगमता पूर्वक तेजोमय होकर अंजाम देते हैं। यह साहस व पराक्रम के बल पर अपना मुकद्दर स्वयं लिखने में विश्वास रखते हैं। रचनात्मकता, तर्कशक्ति व नेतृत्व क्षमता के आधारभूत, अपने जीवन में नित्य कर्म को महत्व दे प्रगतिशील रहते हैं। अपनी मंजिलों को स्वयं के संघर्ष व मेहनत के बल पर पानी का सामर्थ रखते हैं। सिंह राशि के जातक असफलताओं को सफलता की सीढ़ी बना आसमान को छूने में विश्वास रखते हैं। सामाजिक मानव के रूप में स्वयं को समाज का एक अभिन्न अंग मानकर, सदा समाज के प्रति निस्वार्थ भाव से कार्यरत रहते हैं व इसी कारण ये समाज में प्रगतिशील व सम्मानजनक स्थिति को प्राप्त करते हैं।

धनु

धनु राशि के जातक उत्साह, ऊर्जा, उद्देश्यपूर्ण, परोपकार, उदारता, इमानदार आदि गुणों से निर्मित होते हैं। ऐसे जातक जन्म से ही परोपकारी व उदार होते हैं। ये किसी को आवश्यकता के समय अपना सर्वस्व देने को तत्पर रहते हैं। इनका व्यक्तित्व प्रभावशाली होता है जिससे सभी इनकी ओर आकर्षित हो जाते हैं। साफ दिल होने के कारण यह अपनी बात को स्पष्ट रूप से व्यक्त करते हैं। अध्ययन शीलता की प्रधानता में इन्हें पढ़ने-लिखने व नई-नई रचना करने में अधिक रूचि होती है। ये अच्छे विद्यार्थी के साथ-साथ कुशल शिक्षार्थी भी होते हैं। धनु राशि के जातक अपनी राशि के प्रतीक चिन्ह के समान लक्ष्य बद्ध होते हैं। अपने लक्ष्य के प्रति अधिक सक्रिय होते हैं और सफलता हेतु अपना हर संभव प्रयास करते हैं। इनका स्वभाव मन के समान चंचल होता है, अर्थात इन्हें ठहराव पसंद नहीं होता। यह प्रगतिशीलता में विश्वास रखते हैं, इसलिए हमेशा कर्म हेतु अग्रसर रहते हैं व अनेक कार्यों में पारंगत भी होते हैं। ये ज्ञान को धारण करके किसी भी हद तक जाने को प्रयासरत रहते हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता उत्कृष्ट होती है व ये बड़े से बड़े, कठिन से कठिन कार्यों को अपने नेतृत्व क्षमता के अंतर्गत सफलतापूर्वक पूर्ण करते हैं।

कुंभ

कुंभ राशि निष्पक्षता, स्थिरता, विनम्रता, मानवता आदि गुणों से निर्मित होती है। इसका स्वामी ग्रह शनि होता है। यह लोग दृढ़ निश्चय होते हैं। किसी भी कार्य को करने की अगर ये ठान लें, तो ये उसे पूर्ण करके ही दम लेते हैं। यह कठिन से कठिन कार्य को आसानी से अंजाम देते हैं। ये जातक मानवतावादी प्रकृति के होते हैं। अपने राशि चिन्ह के समान गंभीर व गहन चिंतन वाले होते हैं जिस कारण से यह अपने निर्णयों को बहुत ही आराम व सावधानी पूर्वक लेते हैं। इनका मानना होता है कि निर्णय में देर सही, पर सही होना चाहिए इसलिए कुंभ राशि वाले जातक जीवन में अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच कर अपनी प्रगति से संचित सुनहरी पताका फहराते हैं।  परोपकार और निष्पक्षता इनके स्वभाविक गुण होते हैं। ये जातक कभी किसी का बुरा नहीं चाहते, सदा सत्य के आधार पर धर्म का मार्ग अपनाकर अग्रसर रहते हैं। कभी भी किसी की मदद करने को सदा तत्पर रहते हैं। जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर जीवन में कठिन से कठिन परिश्रम कर उसे हासिल करने में सूरज को चांद व चांद को सूरज करने को तैयार रहते हैं, अर्थात कभी भी दुख:मय होकर अपने जीवन का लुत्फ कम नहीं होने देते व अपने कृत्यों से संतुष्ट रहते हैं और सदा उच्च स्तर पर विराजमान रहते हैं।