ब्रह्मांड में ग्रहों का गोचर सभी जातकों के ऊपर अपना असर दर्शाता है। ज्योतिष शास्त्र की माने तो सभी नवग्रह किसी न किसी प्रकार से सभी 12 राशियों से संबंधित होते हैं जिस वजह से ग्रहों में हो रहे परिवर्तन व उनकी चाल में आने वाले परिवर्तन का सीधा असर 12 राशियों के जातकों के ऊपर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से देखने को मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहों का राशि परिवर्तन ना सिर्फ परिवर्तित होने वाले राशियों के ऊपर प्रभावी होता है, अपितु अन्य सभी राशियों को भी अपने प्रभाव की चपेट में ले लेता है। ऐसे में 17 अक्टूबर 2020 यानी नवरात्रि के प्रथम दिन नौ ग्रहों के अधिपति अर्थात सूर्य का होने वाला राशि परिवर्तन सभी जातकों के ऊपर अपना असर छोड़ेगा।
17 अक्टूबर को सूर्य अपनी राशि परिवर्तित कर तुला राशि में प्रवेश करने जा रहा है जिसमें यह 16 नवंबर की तिथि तक स्थित रहेगा। तत्पश्चात सूर्य अपनी राशि परिवर्तित कर वृश्चिक में प्रवेश कर जाएगा। सूर्य और तुला के मध्य संबंध की अगर बात करें, तो तुला को सूर्य की नीच राशि माना जाता है जिसमें कि सूर्य गोचर करने के दौरान प्रायः अशुभकारी परिणाम ही प्रदर्शित करते हैं। वैदिक ज्योतिष के मुताबिक सूर्य का होने वाला यह राशि परिवर्तन भी इस वजह से नीचे अवस्था में ही रहेगा।
सूर्य को पिता, नेतृत्व, साहस, शक्ति, शौर्य, इच्छा, हड्डियों आदि का प्रतिनिधि करने वाला अधिपति ग्रह माना गया है जो मेष राशि में उच्च अवस्था में, जबकि तुला राशि में नीच अवस्था का माना जाता है। ऐसे में यह जानना आप सभी जातकों के लिए अत्यावश्यक हो जाता है कि सूर्य के इस गोचर का आपके जीवन में क्या कुछ नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है या फिर आपके जीवन में कोई शुभ परिवर्तन आ सकते हैं।
तो आइए जानते हैं सूर्य के इस राशि परिवर्तन का अन्य सभी 12 राशियों के जातकों के ऊपर पड़ने वाला प्रभाव।
मेष राशि
सूर्य के गोचर करने की वजह से मेष राशि के जातकों के ऊपर नकारात्मक प्रभाव परिलक्षित होगा जिसमें दांपत्य जीवन व्यतीत कर रहे जातकों के मध्य किसी न किसी तत्व को लेकर आए दिन बहस बाजी होती रहेगी। कारोबार में भी आपको अनेकानेक प्रकार की समस्याओं व चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के ऊपर सूर्य के राशि परिवर्तन की वजह से कुछ शुभ तो कुछ अशुभ परिणाम प्राप्त होंगे। संभवत आपके लिए यह गोचर लाभकारी ही रहे। आप के सामाजिक मान-सम्मान, प्रतिष्ठा आदि में वृद्धि होने के आसार नजर आ रहे हैं। इस काल अवधि में आपको अपने शत्रुओं से अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है, वे आप पर हावी हो सकते हैं जो आपके लिए नुकसानदायक होगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के ऊपर भी इस गोचर का नकारात्मक प्रभाव भी परिलक्षित हो सकता है। इस दौरान यदि आप कोई भी बड़ा निर्णय ले रहे हैं तो उन पर जरूर विचार मंथन कर लें और सोच-समझकर ही कदम आगे बढ़ाए। सेहत की स्थिति ठीक ठाक बनी रहेगी। प्रेम जीवन व्यतीत कर रहे जातकों के जीवन में अनेकों प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
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