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शनिवार के चमत्कारी टोटके

Shanivar ke chamatkari totke

शनिवार का दिन देवताओं के न्यायधीश शनि देव जी को समर्पित है। इस दिन हम शनि देव की पूजा करते है। शनि देव वास्तव में सूर्य देव एवं छाया के पुत्र हैं। ये यम देव, कुबेर देव एवं यमुना माँ के भाई हैं। शनि देव शनि ग्रह के स्वामी है जो नव ग्रहों में सबसे शक्तिशाली ग्रहों में से एक है। शनिदेव मकर एवं कुम्भ राशि के स्वामी हैं और बाल ब्रह्मचारी हैं। भगवान् शनि बहुत ही शक्तिशाली देव एवं सत्य के रक्षक हैं। ये यदि किसी पर वक्री हो जाते हैं तो उस इंसान के बने-बनाए काम भी बिगड़ जाते हैं। वहीं यदि शनि देव की कृपा दृष्टि आप पर है तो ना केवल आपके बिगड़ी किस्मत संवर जाएगी बल्कि आप असंभव कार्यों को भी सरलतापूर्वक कर पाने में सक्षम हो जायेंगे। कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैया की दशा होने पर यह इंसान को बेहद गरीबी तक के दर्शन करा देते हैं। ऐसे इंसान को शनि की कृपा प्राप्त करने हेतु कठिन व्रत धर्म का पालन करना पड़ता है।

शनिदेव को कर्म फल दाता कहा गया है अर्थात आपके कर्मानुसार ये आपको फल प्रदान करते हैं। शनि उनके लिए शुभ हैं जो कर्मठ, धर्मपालक, दूसरों का सम्मान करने वाले, अनुशासनीय एवं परिश्रमी होते हैं।

शनि की वक्र दृष्टि का प्रकोप

जातक की कुण्डली में शनि की टेढ़ी दृष्टि से कई दशाएं उत्पन्न होती हैं, जैसे :

1. साढ़ेसाती: यह दशा व्यक्ति के जीवन में साढ़े सात वर्ष तक रहती है। इसके उच्च होने पर इससे ग्रसित व्यक्ति के जीवन खुशियों से भर जाता है परन्तु वहीं इसके निम्न होने पर राजा भी रंक के समान हो जाता है।

2. ढैया: इसका प्रभाव ढाई साल तक रहता है। इसे ग्रसित व्यक्ति की दशा भी इसके उच्च होने पर राजा समान परन्तु निम्न होने पर रंक समान हो जाती है।

अगर आप शनि की कुदृष्टि से परेशान हैं तो निम्न दिए गए उपायों से आप भी शनिदेव की कृपा आसानी से पा सकते हैं।  

शनिवार के अद्भुत उपाय जो करते हैं शनिदेव को प्रसन्न

  • शनिवार के दिन काली उड़द की दाल की खिचड़ी का गरीबों में दान करें।
  • सरसों या तिल के तेल का दीपक जला कर पीपल के पेड़ के नीचे रखें।
  • शनिवार के दिन काले कुत्ते को सरसो का तेल लगी रोटी खिलाये।
  • गाय को गुड़ लगा कर रोटी खिलाएं।
  • जीवन में कामयाबी पाने हेतु आंटे मे चीनी मिला कर काली चीटियों को डालें।
  • छात्रगण कामयाबी प्राप्त करने हेतु शनिवार की रात अनार की कलम से किसी भोजपत्र पर चंदन से "ॐ हीं"  लिख उसकी आराधना करें।
  • चिड़ियों को दाना डालें।
  • शनिवार के दिन किसी असहाय व्यक्ति को तेल से निर्मित भोजन खिलाएं।  
  • शनि द्वारा उत्पन्न संकटों से छुटकारा पाने हेतु शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल या नाव की कील से बनी अंगूठी को हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण करें।
  • पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं।
  • किसी मनोवांछित इच्छा की पूर्ति हेतु शनिवार की संध्या के समय अपनी लम्बाई के अनुसार रेशमी लाल रंग के धागे को जल से अच्छी तरह धोकर उसे आम के पत्ते में लपेट कर अपनी इच्छा का ध्यान करते हुए किसी नजदीकी नदी के बहते पानी में प्रवाहित करें। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने की आपकी इच्छा जल्दी ही संपन्न होती है।  
  • शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित जातक प्रत्येक शनिवार पीपल के वृक्ष का पूजन करें।
  • पीपल के पेड़ की सात बार परिक्रमा करते हुए “ऊं शं शनैश्चराय नम:” मंत्र का जाप करना चाहिए।
  • शनि के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • आर्थिक तंगी से परेशान होने पर शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे चार मुख का दीपक जलाएं।
  • शनि की दशा से बचने के लिए शनिवार के दिन नीले रंग के पुष्प से शनिदेव का पूजन करें।
  • शनिवार के दिन “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मन्त्र का करीबन 108 बार जाप करें।
  • तांबे के बर्तन में जल और तिल मिलाकर भगवान भोलेनाथ को अर्पण करने से निरोगी होंगे।
  • शनिवार को चमड़े के जूते-चप्पल दान करना बेहद शुभ फल प्रदान करता है।
  • शमी के पौधे की रोजाना पूजा करना शनि के दोष से मुक्ति दिलवाने में सहायक होता है।