अगस्त का महीना त्यौहारों का महीना माना जाता है क्योंकि इसमें हिंदू धर्म के कई व्रत और त्यौहार आते हैं जिन्हें लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। इस वर्ष अगस्त में 3 अगस्त को भाई-बहन के प्यार व विश्वास का पर्व रक्षाबंधन, जिसे राखी का त्यौहार भी कहा जता है। तथा इसके बाद 12 अगस्त को कृष्णजन्माष्टमी का पर्व है। इसके अतिरिक्त अगस्त के महीने में और कौन-कौन से त्यौहार किस-किस तारीख को पड़ेंगे, आइये जानते हैं-
प्रदोष व्रत (1 अगस्त)
भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस साल यह व्रत 1 अगस्त 2020 को किया जाएगा। इस व्रत को महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि वाले दिन रखा जाता है। इस व्रत द्वारा आपके सभी पाप खत्म हो जाते हैं। और बहगवां शिव से आप मनचाहा वरदान पा सकते हैं।
रक्षा बंधन (3 अगस्त)
इस बार 3 अगस्त 2020 को श्रावण पूर्णिमा का पर्व है तथा ज्योतिषों के अनुसार श्रावण पूर्णिमा के दिन ही रक्षा बंधन का शुभ पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर हमेशा उसका साथ देने, स्वस्थ रहने व उसकी लम्बी उम्र की प्रार्थना करती है। तथा भाई भी बहन की रक्षा का वचन देकर उसको उपहार देता है। भाई बहन का यह पर्व बहुत ही प्यारा होता है।
कजरी तीज (6 अगस्त)
कजरी तीज को भादो तीज भी कहते हैं। इस बार 6 अगस्त 2020 को कजरी या भादो तीज का त्यौहार है। भादो के माह में पड़ने वाली शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर कजरी तीज मनाई जाती है। महिलाएं इस व्रत को अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं। तथा इस व्रत के दौरान वे भगवान शिव और माता पार्वती की पूरी विधि अनुसार पपोज करती हैं। इससे बहगवां बहुत प्रसन्न होते हैं।
संकष्ठी चतुर्थी (7 अगस्त)
संकष्ठी चतुर्थी का अर्थ है, संकटों को दूर करने वाली चतुर्थी। इस बार यह 7 अगस्त 2020 को है। कहा जाता है कि यदि इस दिन गणेश भगवान की पूजा-आराधना विधिवत रूप से की जाए, तो भगवान गणेश सारे कष्टों, बाधाओं तथा दुखों को हमारे जीवन से दूर कर देते हैं और हम सुखमय जीवन जीते हैं।
जन्माष्टमी (12 अगस्त)
भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव को जन्माष्टमी या कृष्ण जन्माष्टमी कहा जाता है। इस साल अगस्त के महीने में जन्माष्टमी 12 अगस्त 2020 को है। हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी के समय रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि के समय हुआ था, इसीलिए उनका रंग सांवला था, तथा इसी कारणवश उनका नाम कृष्ण रखा गया। वैसे भगवान कृष्ण के कई नाम हैं। उन्हें कृष्ण के अलावा मुरलीधर, कन्हैया, माखनचोर, लड्डूगोपाल, कान्हा, श्याम आदि तथा इसके अतिरिक्त भी कई नामों से जाना जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण के लिए व्रत रखकर उनकी पूजा की जाती है। इससे भगवान कृष्ण बहुत प्रसन्न होते हैं, और अपना आशीर्वाद देते हैं।
अजा एकादशी (15 अगस्त)
इस व्रत को हर वर्ष भाद्रपद के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को रखा जाता है। इस व्रत के दौरान भगवान विष्णु की पूजा व आराधना की जाती है। इस बार यह व्रत 15 अगस्त 2020 को किया जाएगा। इस व्रत को करने का मुख्य उद्देश्य होता है - कष्टों का निवारण। अतः इस दिन रात्रि जागरण के माध्यम से भगवान की पूजा व ध्यान किया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त )
15 अगस्त सन 1947 को भारत ने अंग्रेजों (ब्रिटिश शासन) से आजादी या स्वतंत्रता पाई थी। और फिर अंग्रेजों को भारत से निकाल दिया था। यह भारत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी। इसलिए इस दिन को कोई भी भारतीय अपने पूरे जीवन में कभी नहीं भूल सकता। अतः इसीलिए हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। और हर भारतीय के लिए यह एक गर्व का दिन होता है।
प्रदोष व्रत (16 अगस्त )
एक शुक्ल प्रदोष व्रत होता है, तथा दूसरा कृष्ण प्रदोष व्रत होता है। तो यह कृष्ण प्रदोष व्रत है, जो 16 अगस्त 2020 को पड़ेगा। इस व्रत को हर महीने दो बार त्रयोदशी की तिथि के दिन रखा जाता है। इस व्रत का मुख्य उद्देश्य है, भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करना। अतः इस दिन भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है।
मासिक शिवरात्रि (17 अगस्त )
हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार 17 अगस्त 2020 को यह व्रत किया जाएगा। इसमें भी भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है।
भाद्रपद अमावस्या (19 अगस्त)
यह अमावस्या कुशग्रहणी तथा पिठौरी अमावस्या के नाम से भी जानी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन पितर तर्पण करते हैं। इसलिए इसका बहुत महत्व है। हिन्दू धर्म ग्रंथों के हिसाब से 19 अगस्त 2020 को भाद्रपद अमावस्या है।
हरितालिका तीज (21 अगस्त)
इस बार हरतालिका तीज का यह पर्व 21 अगस्त 2020 को पड़ेगा। इस दिन शादीशुदा महिलाएं व कुंवारी लड़कियां निर्जला व्रत करती हैं। शादीशुदा महिलाएं सदा सौभाग्यवती रहने के लिए तथा कुंवारी लड़कियां अच्छे व सही वर की कामना के लिए इस व्रत को करती हैं। और इनकी यह इच्छा इस व्रत द्वारा अवश्य पूरी होती है। यह व्रत बहुत ही मुश्किल या कठिन होता है। परंतु महिलाएं इसे बहुत ही आस्था व श्रद्धा के साथ करती हैं।
गणेश चतुर्थी (22 अगस्त)
गणेश भगवान को समर्पित यह पर्व जिसे गणेश चतुर्थी कहा जाता है, इस बार 22 अगस्त 2020 को मनाया जाएगा। हिन्दू धर्म में इसे बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। गणेश जी के जन्म का समय भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली चतुर्थी को माना जाता है। इसी कारणवश हर वर्ष यह पर्व इस दिन बहुत ही खुशी से मनाया जाता है।
परिवर्तिनी एकादशी (29 अगस्त)
परिवर्तिनी एकादशी को इस बार 29 अगस्त को मनाया जायेगा। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है।
प्रदोष व्रत (30 अगस्त)
यह प्रदोष व्रत भी बाकी के सभी प्रदोष व्रतों की तरह भगवान साहिब की पूजा-आराधना कर उनके आशीर्वाद पाने हेतु ही रखा जाता है। यह व्रत हर महीने में दो बार त्रयोदशी तिथि के दिन ही रखा जाता है, परन्तु इस माह यह व्रत 3 बार रखा जायेगा।