ज्योतिष शास्त्र में ग्रह-गोचरों की स्थिति-परिस्थिति, राशि परिवर्तन, उनकी चाल में परिवर्तन, वक्री होना, मार्गी होना आदि आदि क्रियाकलाप सभी का बहुत ही अधिक महत्व होता है। इन सभी क्रियाकलापों व गतिविधियों का 12 राशियों के जातकों के ऊपर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से परिणाम प्रदर्शित होता है। इसी के मध्य नौ ग्रहों के मध्य राजकुमार बुध अपनी चाल में परिवर्तन करने जा रहे हैं।
बुध आज यानि 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर अपने चाल में परिवर्तन कर तुला राशि में वक्री हो चुके हैं। बुध इसी राशि में 3 नवंबर तक मौजूद रहेंगे, तत्पश्चात ही अपनी राशि परिवर्तन कर 3 नवंबर की रात्रि 11 बजकर 15 मिनट पर मार्गी हो जाएंगे। ऐसे में बुध की चाल परिवर्तन का सभी 12 राशियों के जातकों प्रभाव परिलक्षित होगा।
तो आइए बुध की चाल के परिवर्तन का ज्योतिषिय विश्लेषण करते हैं और यह जानते हैं कि बुध के वक्री होने का सभी 12 राशियों के जातकों के ऊपर क्या कुछ परिणाम प्रदर्शित होने वाला है।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के सप्तम भाव में बुध का होना लगभग शुभकारी अथवा मिश्रित परिणाम दाई रहने वाला है। बुध की आपकी राशि के सप्तम भाव में होने से आपकी कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। वहीं जो भी अविवाहित विवाह योग जातक है, उनके विवाह के योग बन सकते हैं। आपको ससुराल पक्ष के लोगों की ओर से भी सहायता प्राप्त हो सकती है। केंद्र व राज्य से जुड़े अटके कार्य स्वयं ही बनने लग जाएंगे। यदि आप किसी नए कार्य हेतु मन बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अत्यंत ही शुभकारी और लाभदायक रहने वाला है। वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे जातको के जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा, आपके मध्य किसी ना किसी को बात को लेकर वाद-विवाद बना रहेगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के छठे भाव में बुध के वक्री होने की वजह से आपके सेहत की स्थिति बिगड़ सकती है। बुध का वक्री होना आपके स्वास्थ्य हेतु प्रतिकूल साबित होगा, पेट से संबंधित समस्याओं के भी हो जाने के आसार नजर आ रहे है। आपको चर्म रोग आदि से बचकर रहने की आवश्यकता है। इन दिनों आपके गुप्त शत्रुओं में भी वृद्धि हो रही हैं, आपके विरोधी भी काफी सक्रिय रहेंगे, वे आपको नीचा दिखाने हेतु प्रयासरत नजर आएंगे। ऐसे में आपको स्वयं पर भरोसा रखते हुए धैर्य से कार्य लेने की आवश्यकता है। आर्थिक मसलों को लेकर लेन-देन में सतर्कता बरतें, संभवतः आपको किसी बड़े नुकसान का सामना करना पड़ जाए। अटके हुए धन प्राप्त होने में आपको समस्या उत्पन्न होगी।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के पंचम भाव में बुध के वक्री होने की वजह से इस जातक के विद्यार्थियों को नए-नए क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होगी। प्रेम जीवन व्यतीत कर रहे जातकों के लिए बुध का वक्री होना अशुभकारी रहने वाला है, आपके व आप के प्रियजन के मध्य संबंध बिगड़ सकते हैं। इस दौरान विद्यार्थियों का समय बेहतर रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपना मन केंद्रित करने की आवश्यकता है। आप के मान-सम्मान में बढ़ोतरी होने के आसार नजर आ रहे हैं। आप की आमदनी में वृद्धि होगी। यदि आप किसी नई नौकरी हेतु प्रयासरत है, तो उसमें आपको सफलता की प्राप्ति हो सकती है। विदेशी नागरिकता, विदेश में नौकरी के प्रयास आदि हेतु समय अनुकूल रहने वाला है, आपको सफलता की प्राप्ति हो सकती है। आपके घर परिवार के सदस्यों के मध्य विवादित स्थिति बनी रहेगी।
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