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वास्तु के अनुसार कैसा हो आपका ऑफिस

Vastu ke anusar kaisa ho aapka office

हर इंसान को जीवन जीने के लिए रोटी, कपड़ा और मकान की आवश्यकता होती है, और इन सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए कारोबार की। ऐसे में आपके कार्यक्षेत्र के केंद्र यानी आपकी दफ्तर की विधि व्यवस्था कार्य आदि का ठीक रहना काफी मायने रखता है। आप अच्छी तरह जानते हैं कि आपके ऑफिस की गतिविधियां, क्रियाकलाप आदि आपकी कार्यशैली को प्रभावित करती हैं।

वहीं वास्तु की मानें तो आपकी कार्यालय की साज-सज्जा, ढांचा वस्तुओं की दिशा-स्थिति आदि आपके कार्यक्षेत्र की चलित स्थिति से लेकर भावी स्थिति तक को भी संचालित करती हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि अपने ऑफिस की विधि व्यवस्था को वास्तु के सकारात्मक परिणाम प्राप्ति योग्य व्यवस्थित किया जाए, क्योंकि यह नहीं पता होता कि आपके कार्यस्थल की छोटी से छोटी वस्तु जाने किस प्रकार आपको प्रभावित कर जाएं। वस्तुओं की दिशा-स्थिति आपके कारोबार की परिस्तिथि को डामाडोल कर सकती है जो आपकी आर्थिक स्थिति से लेकर मानसिक स्थिति तक को ग्रसित कर देती हैं।

इसलिए आज हमारे इस लेख के माध्यम से आप अपने ऑफिस को संतुलित तरीके से व्यवस्थित रखने के न केवल तरीके जानेंगे, बल्कि अपने दफ्तर को आप अपनी तरक्की का केंद्र भी बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं ऑफिस के वास्तु पर आधारित इस लेख द्वारा।

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दफ्तर के वास्तु से जुड़े कुछ खास उपाय

  • आपके ऑफिस का प्रवेश द्वार अपने माध्यम से शुभ-अशुभ, सकारात्मक-नकारात्मक इत्यादि सभी प्रकार के प्रभावों को अंदर तक प्रवेश कराता है। ऐसे में वास्तु की दृष्टि से आपके दफ्तर के प्रवेश द्वार का उचित दिशा में होना बेहद आवश्यक है। वास्तु के अनुसार उत्तर या पूर्व की दिशा में ऑफिस का मुख रखना शुभ परिणाम और सफलता को अपने ओर आकर्षित करता है।
  • ऑफिस में प्रवेश करते वक्त हमारा जो सबसे पहला ध्यान जाता है, वो है द्वार पर लगे साइन बोर्ड पर। साइन बोर्ड अगर आकर्षक हो तो यह किसी और को आकर्षित करें या ना करे, हमें प्रवेश करते वक्त ही प्रसन्नचित कर देता है जिससे हमारा ध्यान कार्य में प्रसन्न मन से लगा रहता है। इसके लिए वास्तु के अनुसार आपको डार्क कलर जैसे काला, नीला आदि का प्रयोग बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। साइन बोर्ड के लिए हमेशा लाल, केसरिया, पीला, गुलाबी, सफ़ेद आदि जैसे चमकीले रंगों का ही प्रयोग करना चाहिए।
  • इसके अतिरिक्त आपको कार्यालय / ऑफिस के प्रवेश द्वार पर भी काले, ग्रे, नीले आदि रंगों के प्रयोग से बचने का प्रयत्न करना चाहिए। प्रवेश द्वार पर सफेद, गुलाबी, केसरिया, पीला आदि रंगों का प्रयोग करना वास्तु के अनुसार शुभ फलदाई माना जाता है।
  • जैसा कि आप जानते हैं कि वास्तु में उत्तर और पूरब दिशा को शुभ फलदाई माना गया है, अतः दफ्तर में हमेशा कैशियर (खजांची) की जगह उत्तर दिशा में रखनी चाहिए। उत्तर दिशा, कुबेर की दिशा भी मानी जाती है, इसलिए भी यह लाभदायक है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि कैशियर पर कम से कम कर्मियों की दृष्टि पड़े।
  • ऑफिस में कंप्यूटर को उत्तर पूर्व की दिशा में रखना आर्थिक मामलों में लाभदायक माना जाता है। इसके अतिरिक्त कार्यस्थल में पड़ी अलमारियां अगर दक्षिण-पश्चिम की दिशा में हो तो यह बहुत अधिक शुभ फलदाई होती हैं। अलमारियों में पड़ी फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखें। साफ सफाई स्वच्छता का ध्यान रखना भी आवश्यक होता है। यह सारी छोटी छोटी बातें आपकी वास्तु को प्रभावित करते हैं।
  • ऑफिस में भूलकर भी टॉयलेट को पूर्व की दिशा में व्यवस्थित ना करें। वहीं पानी की व्यवस्था हमेशा ईशान कोण की दिशा में रखें। जल को हिंदू धर्म में देवता की उपाधि दी गई है, अतः इसका प्रभाव भी आपके कार्य की स्थिति को प्रभावित  करता है।
  • कार्यस्थल में अधिकारियों एवं कर्मियों की बैठने की स्थिति भी आपकी आर्थिक क्षेत्र को प्रभावित करती है। इसलिए इसे भी वास्तु अनुसार व्यवस्थित करें। इसके लिए ऑफिस के अधिकारियों को दक्षिण की दिशा में व्यवस्थित करें। वहीं कर्मियों को पश्चिम की दिशा में स्थित करें। एक और बात का ध्यान रखें कि दफ्तर के कर्मियों व अधिकारियों में से किसी के भी बैठने की दिशा इस तरह निर्धारित ना हो कि उनकी पीठ ऑफिस के मुख्य द्वार की तरफ पड़े।

उम्मीद है आपके हमारे द्वारा दिए गए आपके ऑफिस से जुड़े वास्तु के सुझाव पसंद आये होंगे।