आज का पंचांग 5 जून 2020
आज दिनांक 05 जून 2020 ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि और दिन शुक्रवार का है। विक्रम संवत् 2077 है। सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध में मौजूद है। ग्रीष्म ऋतु है।
आज पूर्णिमा तिथि मध्यरात्रि 12 बजकर 41 मिनट (06 जून 00:41am) तक बनी रहेगी, इसके पश्चात प्रतिपदा तिथि का आरंभ हो जायेगा। नक्षत्रों में अनुराधा नक्षत्र संध्या 06 बजकर 43 मिनट तक बना रहेगा, इसके पश्चात ज्येष्ठ नक्षत्र की शुरुआत होगी। इसके अलावा आज सिद्ध योग रात्रि 08 बजकर 15 मिनट तक बना है, फिर साध्य योग का आरम्भ होगा। आज दोपहर 01 बजकर 54 मिनट तक विष्टि करण बना रहेगा, जिसके बाद बव करण अर्धरात्रि 12 बजकर 41 मिनट (06 जून 00:41am) तक है। तत्पश्चात बालव करण शुरू हो जायेगा। आज सूर्य रोहिणी नक्षत्र में है जो वृषभ राशि मे संचार करेगा। वहीं आज चंद्रमा वृश्चिक राशि मे दिन-रात संचार करेगा।
सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 24 मिनट पर।
सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 15 मिनट पर।
चंद्रोदय: संध्या 06 बजकर 55 मिनट पर।
चन्द्रास्त: आज चन्द्रास्त का योग नहीं है।
आज के शुभ मुहूर्त
- सर्वार्थ सिद्धि योग प्रातः 05 बजकर 24 मिनट से से शाम 04 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
- अमृतकाल सुबह 07 बजकर 10 मिनट से लेकर 08 बजकर 35 मिनट तक है।
- अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक है।
- विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से 03 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।
- गोधूलि मुहूर्त रात 07 बजकर 04 मिनट से शाम 07 बजकर 26 मिनट तक है।
- निशिता मुहूर्त मध्य रात्रि 12 बजे से अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 40 मिनट (06 जून 2020 00:40am) तक है।
- ब्रह्म मुहूर्त 06 जून 2020 प्रातः 04 बजकर 03 मिनट से लेकर प्रातः 04 बजकर 40 मिनट तक बना हुआ है।
आज के अशुभ मुहूर्त
- गुलिक काल सुबह 07 बजकर 06 मिनट से 08 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।
- दुर्मुहूर्त के अशुभ काल का प्रभाव आज दो बार दृश्यमान होगा जिसमें यह पहली बार सुबह 08 बजकर 09 मिनट से लेकर 09 बजकर 06 मिनट तक बना है। वही दूसरी बार यह दोपहर 12 बजकर 40 मिनट से लेकर 01 बजकर 43 मिनट तक बना हुआ है।
- राहुकाल सुबह 10 बजकर 35 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक बना रहेगा।
- यमगंड दोपहर 03 बजकर 47 मिनट से शाम 05 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।
- गण्डमूल शाम 04 बजकर 43 मिनट से 6 जून की प्रातः 05 बजकर 24 मिनट तक रहेगा।
- वर्ज्य काल रात्रि 09 बजकर 57 मिनट तक 11 बजकर 29 मिनट तक बना है।
आज के मंत्र
ॐ श्रीं श्रीये नम:
महालक्ष्मी च विद्महे, विष्णुपत्नी च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्।
ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै श्रीं श्रीं ॐ नम:।
उपरोक्त मंत्रों का 108 बार जप करें।
आज के उपाय
आज के शुक्र के उपाय निन्मलिखित हैं:
- आज के दिन सफेद वस्त्र धारण करें।
- श्री सूक्त का पाठ करें।
- घर से बाहर निकलने से पूर्व दही शक्कर का सेवन करें।
- काली चीटियों को गुड़ का सेवन कराएं।
- प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के वृक्ष में जल से अर्घ्य प्रदान करें।
- संध्या काल में घर की तुलसी के समक्ष एवं पूजन स्थल में घी के दिये जलाएं।
- आज भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करें।
- केसर या हल्दी को अपने मस्तक पर तिलक लगाएं।