आज का पंचांग 29 मई 2020
आज दिनांक 29 मई 2020 ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि और दिन शुक्रवार का है। विक्रम संवत् 2077 है। सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध में मौजूद है। ग्रीष्म ऋतु है।
आज सप्तमी तिथि रात्रि 09 बजकर 55 मिनट तक बनी रहेगी, इसके पश्चात अष्टमी तिथि का आरंभ हो जायेगा। आज अश्लेशा नक्षत्र प्रातः 06 बजकर 58 मिनट तक बना रहेगा, उसके बाद मघा नक्षत्र की शुरुआत होगी। इसके अलावा आज व्याघात योग रात्रि 10 बजकर 07 मिनट तक बना है, फिर हर्षण योग का आरम्भ होगा। आज सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक गर करण बना रहेगा, जिसके बाद वाणिज करण रात्रि 09 बजकर 55 मिनट बना रहेगा। इसके बाद विष्टि करण आरम्भ होगा। आज चंद्रमा कर्क राशि में सुबह 06 बजकर 58 मिनट तक संचार करेगा, तत्पश्चात सिंह राशि मे प्रवेश करेगा।
सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 25 मिनट पर।
सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 12 मिनट पर।
चंद्रोदय: प्रातः 11 बजकर 16 मिनट पर।
चन्द्रास्त: मध्य रात्रि 12 बजकर 55 मिनट पर (30 मई 2020 00:55am)
आज के शुभ मुहूर्त
- आज अमृतकाल दो बार अपने शुभ प्रभाव दिखाएंगे। सर्वप्रथम यह प्रातः 05 बजकर 24 मिनट से लेकर 06 बजकर 58 मिनट तक बना रहेगा। वही दूसरी बार यह 30 मई 2020 की प्रातः 03 बजकर 45 मिनट से सुबह के 05 बजकर 17 मिनट तक है।
- अभिजीत मुहूर्त प्रातः 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक है।
- विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 38 मिनट से 03 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
- गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 59 मिनट से 07 बजकर 22 मिनट तक है।
- निशिता मुहूर्त मध्य रात्रि 11 बजकर 58 मिनट से लेकर रात्रि 12 बजकर 38 मिनट (30 मई 2020 00:38am) तक है।
- ब्रह्म मुहूर्त 30 मई 2020 की प्रातः 04 बजकर 03 मिनट से लेकर प्रातः 04 बजकर 47 मिनट तक 30 मई 2020 को बना हुआ है।
आज के अशुभ मुहूर्त
- गुलिक काल सुबह 07 बजकर 07 मिनट से 08 बजकर 52 मिनट तक रहेगा।
- राहुकाल सुबह 10 बजकर 34 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक बना रहेगा।
- यमगंड दोपहर 03 बजकर 45 मिनट से संध्या 05 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
- दुर्मुहूर्त आज दो बार प्रभावी होगा। सर्वप्रथम यह प्रातः 08 बजकर 09 मिनट से 09 बजकर 05 मिनट तक, तत्पश्चात दूसरी बार दोपहर को 12 बजकर 45 मिनट से 01 बजकर 43 मिनट तक बना रहेगा।
- वर्ज्य काल शाम 06 बजकर 30 मिनट से रात्रि 08 बजकर 04 मिनट तक है।
- आज गण्डमूल काल पूरे दिन बना हुआ है।
आज के मंत्र
ॐ श्रीं श्रीये नम:
महालक्ष्मी च विद्महे, विष्णुपत्नी च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्।
ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै श्रीं श्रीं ॐ नम:।
उपरोक्त मंत्रों का 108 बार जप करें।
आज के उपाय
शुक्र के अचूक उपाय निम्नलिखित हैं:
- आज के दिन सफेद वस्त्र धारण करें।
- श्री सूक्त का पाठ करें।
- घर से बाहर निकलने से पूर्व दही शक्कर का सेवन करें।
- काली चीटियों को गुड़ का सेवन कराएं।
- प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के वृक्ष में जल से अर्घ्य प्रदान करें।
- संध्या काल में घर की तुलसी के समक्ष एवं पूजन स्थल में घी के दिये जलाएं।
- आज भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करें।
- केसर या हल्दी को अपने मस्तक पर तिलक लगाएं।