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आज का पंचांग 23 मई 2020

Aaj Ka Panchang 23 May 2020

आज दिनांक 23 मई 2020 ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और दिन शनिवार का है। विक्रम संवत् 2077 है। सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध में मौजूद है। ग्रीष्म ऋतु गतिमान है।

आज प्रतिपदा तिथि मध्य रात्रि 12 बजकर 17 मिनट (24 मई 2020, 12:47am) तक बनी रहेगी जिसके बाद फिर द्वितीया तिथि का आरंभ हो जायेगा। साथ ही रोहिनी नक्षत्र कल 24 मई की प्रातः 04 बजकर 53 मिनट तक बना हुआ रहेगा, फिर मृगशिरा नक्षत्र का भी आरंभ होना है।

आज अतिगण्ड योग प्रातः 06 बजकर 37 मिनट तक बना रहेगा, इसके पश्चात सुकर्मा योग प्रारम्भ होगा। आज किंस्तुघ्न करण प्रातः 11 बजकर 44 मिनट तक ही है, जबकि बव करण आज अर्धरात्रि 12 बजकर 19 मिनट तक है। इसके बाद फिर बालव करण शुरू होगा। आज चंद्रमा दिन-रात वृषभ राशि पर संचार करेगा।

सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 26 मिनट पर।
सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 11मिनट पर।

चंद्रोदय: प्रातः 05 बजकर 49 मिनट पर।
चन्द्रास्त: संध्या 06 बजकर 53 मिनट पर।

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शुभ मुहूर्त

किसी भी प्रकार के काम को प्रारम्भ करने के पहले शुभ मुहूर्त की जानकारी आवश्यक है। इस मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य सदैव शुभफलदायी होता है।

  • आज अभिजीत मुहूर्त प्रातः 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक है। इस काल मे आरम्भ किया गया कार्य फलदायी होता है।
  • विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 36 मिनट से 03 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य अवश्य ही सफलता प्रदान करेगा।
  • गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 56 मिनट से 07 बजकर 21 मिनट तक है।
  • आज सर्वसिद्धि योग एवं अमृत सिद्धि योग प्रातः 05 बजकर 27 मिनट से अगले दिन 24 मई की सुबह 04 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। 
  • अमृत काल 24 मई 2020 की मध्य रात्रि 01 बजकर 26 मिनट (01:26am) से रात्रि के 03 बजकर 09 मिनट (03:09 am) तक रहेगा।
  • निशिता मुहूर्त आज मध्य रात्रि 11 बजकर 57 मिनट से लेकर रात्रि 12 बजकर 38 मिनट (00:38am 24 मई 2020) तक है। 

उपरोक्त काल अवधि में आरम्भ किया कार्य ज्योतिषीय अनुरूप शुभ फलदायी है। अतः इस दौरान ही शुभ कार्यों की शुरुआत करें।

अशुभ मुहूर्त

अशुभ मुहूर्त में प्रारम्भ किये गए कार्यों में बाधाएं उत्पन्न होना तय माना जाता है। अतः किसी भी अच्छे कार्य के आरम्भ के पूर्व इन मुहूर्तों की काल अवधि की समझ आवश्यक है।

  • आज राहुकाल सुबह 08 बजकर 53 मिनट से सुबह 10 बजकर 35 मिनट तक बना रहेगा। राहुकाल को सबसे अशुभ एवं संकट का काल माना जाता है। कहा जाता है इस दौरान आरम्भ किये गए कार्यों में अवश्य ही व्यवधान उत्पन्न होता है।
  • दोपहर 02 बजकर 04 मिनट से 03 बजकर 43 मिनट तक यमगंड रहेगा। यह काल भी किसी भी अच्छे कार्य की शुरुआत हेतु ठीक नही है।
  • प्रातः  05 बजकर 27 मिनट से 07 बजकर 08 मिनट तक गुलिक काल रहेगा।
  • आज दुर्मुहूर्त काल दो बार प्रभावी होगा। सर्वप्रथम यह प्रातः काल 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक रहेगा तो वहीं दूसरी बार यह सुबह ही तुरन्त बाद 6 बजकर 21 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक बना है।
  • रात्रि 08 बजकर 19 मिनट से 10 बजकर 01 मिनट तक वर्ज्य काल है।

मंत्र

इन मंत्रों द्वारा आप शनि देव को प्रसन्न कर अपना आज दिन एवं भविष्य सुनहरा बना  सकते है-

ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:।

ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:

ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।

कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।

आज के उपाय

  • शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय में सर्वप्रथम सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
  • प्रातः काल मे ब्रह्म मुहूर्त शनि एवं पीपल के वृक्ष में जल से अर्घ्य प्रदान करें। शनि भगवान को गुड़, तिल , सरसों का तेल आदि चढ़ाये।
  • शनि देव को नीले पुष्प चढ़ाकर इस मंत्र ऊँ शं शनैश्चराय नमः का 108 बार जप करें।