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आज का पंचांग 20 मई 2020

Aaj Ka Panchang 20 May 2020

आज दिनांक 20 मई 2020 ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि एवं दिन बुधवार है। विक्रम संवत् 2077 है। आज सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध  में मौजूद है । ग्रीष्म ऋतु है।

आज त्रयोदशी तिथि संध्या 07 बजकर 43 मिनट तक बनी रहेगी जिसके पश्चात चतुर्दशी तिथि शुरू हो जाएगी। साथ ही आज अश्विनी नक्षत्र रात्रि 10 बजकर 33 मिनट तक बना हुआ है, फिर भरनी नक्षत्र का भी आरंभ होना है जो 21 मई 2020, प्रातः 5 बजकर 18 मिनट तक बना है। आज सौभग्य योग पूर्ण रात्रि तक बना रहेगा। वहीं गर करण  प्रातः 06 बजकर 39 मिनट तक ही है। साथ ही वणिज नक्षत्र संध्या 07 बजकर 43 मिनट तक बना है। आज सूर्य वृषभ राशि मे तथा चंद्रमा दिन रात मेष राशि पर संचार करेगा। कृतिका नक्षत्र है। आज गर करण प्रातः 06 बजकर 38 मिनट तक रहेगा जिसके बाद वणिज करण शुरू होगा जो शाम 07 बजकर 42 मिनट तक रहेगा जिसके पश्चात विष्टि करण प्रारम्भ होगा।

सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 27 मिनट पर।
सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 09 मिनट पर।

चंद्रोदय: प्रातः 04 बजकर 37 मिनट पर (21 मई)।
चन्द्रास्त: संध्या 05 बजकर 04 मिनट पर।

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शुभ मुहूर्त

किसी कार्य के आरम्भ करने के पूर्व मुहूर्त की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है। शुभ मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य सदैव शुभफलदायी होता है। आज शुभ मुहूर्त में विजय मुहूर्त मध्याह्न 02 बजकर 34 मिनट से 03 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य अवश्य ही सफलता प्रदान करेगा। साथ ही गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 53 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक है। इसके अतिरिक्त  विशेष शुभ मुहूर्त में आज अमृत काल दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से 04 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा निशिता मुहूर्त प्रातः 11 बजकर 57 मिनट से लेकर रात्रि 12 बजकर 38 मिनट तक है। उपरोक्त काल अवधि में आरम्भ किया कार्य ज्योतिषीय अनुरूप शुभ फलदायी है। अतः इस दौरान ही शुभ कार्यों की शुरुआत करें।

अशुभ मुहूर्त

अशुभ मुहूर्त में किये जा रहे कार्यों में व्यवधान उत्पन्न होना तय माना जाता है। अतः किसी भी अच्छे कार्य के आरम्भ के पूर्व इन मुहूर्तों की काल अवधि की समझ आवश्यक है। आज के अशुभ मुहूर्त में राहुकाल दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से 02 बजे तक बना रहेगा। राहुकाल को सबसे अशुभ एवं संकट का काल माना जाता है। कहा जाता है इस दौरान आरम्भ किये गए कार्यों में अवश्य ही व्यवधान उत्पन्न होता है। इसके अतिरिक्त प्रातः 07 बजकर 10 मिनट से 08 बजकर 53 मिनट तक यमगंड रहेगा। यह काल भी किसी भी अच्छे कार्य की शुरुआत हेतु ठीक नही है। इसके अलावा प्रातः 10 बजकर 36 मिनट से दोहपर 12 बजकर 18 मिनट तक गुलिक काल भी रहेगा।  इसके अतिरिक्त दुर्मुहूर्त  प्रातः 11 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इनके बाद संध्या 06 बजकर 10 मिनट से 07 बजकर 53 मिनट तक वर्ज्य काल है। गण्ड मूल प्रातः 05 बजकर 28 मिनट से संध्या 10 बजकर 38 मिनट तक बना है। इसके अतिरिक्त भद्रा संध्या 07 बजकर 42 मिनट से लेकर 21 मई 2020 की सुबह 05 बजकर 28 मिनट तक है। आज पूरे दिन पंचक रहेगा।

मंत्र

बुधवार को उक्त मंत्र का जप करने से भगवान गणेश आपके जीवन के सारे कष्ट बाधाओं को हर लेते हैं एवं शुभ फल प्रदान करते हैं। इस मंत्र का कम से कम 21 बार उच्चारण अवश्य करें।

गजाननं भूत गणादि सेवितं कपित्थ जम्बू फल चारूभक्षणं।
उमासुतं शोक विनाशकारकं नमामि विघ्रेश्वरपादपंकजम।।

बुधवार को उक्त मंत्र का जप करने से श्री गणेश आपकी बौद्धिक क्षमता को विकसित करते हैं, साथ ही जीवन के सभी तनाव को समाप्त करते हैं। इस मंत्र के जप से आपकी समझ एवं बौद्धिकता में वृद्धि होती है जिससे लोग आपका मान-सम्मान करते हैं।

ॐ नमो विघ्नहराय गं गणपतये नम:।

आज के उपाय

  • मूंग के लड्डू का भोग लगाएं। साथ ही गुड़ का भी प्रसाद चढ़ाये।
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  • आज के दिन गाय को हरी घास खिलाएं साथ ही अपने भोजन का तीसरा हिस्सा गाय के लिए निकालें।
  • भगवान श्री गणेश की मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें एवं दान पुण्य भी करें।
  • बुधवार के दिन किन्नरों को हरे वस्त्र का दान करने से आपके सभी दोष मुक्त होते हैं एवं घर परिवार में सुख शांति बरकरार रहती है।