विवाह, स्वास्थ्य, नौकरी, व्यापार, धन-सम्पत्ति, मकान, वास्तु, कोर्ट-कचहरी, संतान, शिक्षा, उन्नति, पारिवारिक दिक्कतें, कुंडली मिलान, विदेश निवास या यात्रा, करियर आदि से जुड़ी सभी समस्याओं के सटीक उपाय जानें लाल किताब गुरु आचार्य पंकज धमीजा जी से।
संपर्क करें - +91 8384874114 / 9258758166

आज का पंचांग 17 मई 2020

Aaj Ka Panchang 17 May 2020

आज दिनांक 17 मई 2020 ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और दिन रविवार है। विक्रम संवत् 2077 है। आज सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध में मौजूद है। ग्रीष्म ऋतु है।

आज दशमी तिथि दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक  रहेगी जिसके बाद एकादशी तिथि का आरंभ होगा। आज पूर्व भाद्रपद नक्षत्र दोपहर 1 बजकर 59 मिनट तक रहेगा जिसके बाद उत्तर भाद्रपद नक्षत्र शुरू हो जाएगा। आज  विष्कुम्भ योग अर्धरात्रि 03 बजकर 32 मिनट तक रहेगा जिसके बाद प्रीति योग की शुरुआत हो आएगी। इसके अतिरिक्त विष्टिकरण दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक बना रहेगा, फिर बालव करण शुरू हो जायेगा। आज चन्द्रमा सुबह तड़के 07 बजकर 13 मिनट तक कुंभ राशि जिसके पश्चात मीन राशि पर संचार करेगा।

सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 29 मिनट पर।

सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 06 मिनट पर।

ये भी पढ़ें: अपना राशिफल देखें

शुभ मुहूर्त

किसी भी काम को शुरू करने के पूर्व शुभ मुहूर्त का ज्ञात होना अत्यंत आवश्यक है। शुभ मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य सदैव शुभफलदायी होता है। आज के शुभ मुहूर्तों में अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 40 मिनट से दोपहर 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य अवश्य ही फलदायी होगा। साथ ही विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 34 मिनट से 03 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक है। आज गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 34 मिनट से 06 बजकर 58 मिनट तक है। आज सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 01 बजकर 59 से शुरू होकर 18 मई की सुबह 05 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल संध्या 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 24 मिनट तक है। आज गोधूलि मुहूर्त संध्या 06 बजकर 53 मिनट से 07 बजकर 17 मिनट तक है। उपरोक्त काल अवधि में आरम्भ किया कार्य ज्योतिषीय अनुरूप शुभ फलदायी है। अतः इस दौरान ही शुभ कार्यों की शुरुआत करें।

ये भी पढ़ें: सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय

अशुभ मुहूर्त

अशुभ मुहूर्त में किये जा रहे कार्यों में व्यवधान उत्पन्न होना तय माना जाता है। अतः किसी भी अच्छे कार्य के आरम्भ के पूर्व इन मुहूर्तों की काल अवधि की समझ आवश्यक है। आज के अशुभ मुहूर्त में राहुकाल संध्या 4 बजकर 30 मिनट से संध्या 6 बजे तक रहेगा। राहुकाल को सबसे अशुभ एवं संकट का काल माना जाता है। कहा जाता है इस दौरान आरम्भ किये गए कार्यों में अवश्य ही व्यवधान उत्पन्न होता है। इसके अतिरिक्त सुबह 06 बजे से 07 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर 3 बजकर 42 मिनट 5 बजकर 44 मिनट तक यमगंड रहेगा। भद्र काल प्रातः 05 बजकर 29 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 05 बजकर 18 मिनट से 7 बजकर 06 मिनट तक बना हुआ है। वर्ज्य काल शाम को 05 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक है। पूरे दिन पंचक रहेगा। अतः ध्यान रहें उपरोक्त बताये गए अवधि में किसी महत्वपूर्ण कार्य को आरम्भ न करें।

मंत्र

अगर आप शारीरिक कष्ट, ह्रदय रोग आदि से पीड़ित है तो आज के दिन भगवान सूर्य के इस मंत्र का जप करना आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक रहेगा।

ऊँ हृां हृीं सः सूर्याय नमः।

अपने शत्रुओं के विनाश एवं स्वयं की उन्नति हेतु आज से इस मंत्र के जप को अपने जीवन में धारण करें।

शत्रु नाशाय ऊँ हृीं हृीं सूर्याय नमः।

भगवान सूर्य को सूर्य अर्घ्य मंत्र से जल का अर्घ्य प्रदान करें।

ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।

ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:।
अर्घ्य समर्पयामि।।

रविवार के दिन भगवान सूर्य का ध्यान करते हुए व्रत करें एवं इस मंत्र का जप करें।

"ॐ ह्रां ह्रीं ह्रों सूर्याय नम:"।


आज के उपाय

  • प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करें।
  • गाय एवं कुत्तों को रोटी खिलाएं।
  • मंदिर के पुजारी एवं अन्य गरीब, भूखे व्यक्तियों को भोजन कराएं।