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घर के लिए शुभ एवं अशुभ पेड़ पौधे

Shubh Ashubh Ped Paudhe

पेड़-पौधें सभी जीवधारियों के जीवन की जड़ हैं। वृक्ष जीवन के विकास एवं परिचालन की आधारभूत इकाई है। इन्हे अधिकाधिक संख्या में लगाना सृष्टि के लिए परोपकार के कार्यों में से एक है। आजकल लोग साज-सज्जा हेतु घरों में पेड़-पौधे लगाने लगे हैं, पर क्या आपके मन में कभी ये ख्याल आया है कि पेड़ लगाने के नतीजे नकारात्मक भी हो सकते है।

अगर आप ये पहले नहीं जानते थे, तो चलिए आज हम आपको बताएँगे कुछ ऐसे वृक्षों के बारे में जिन्हे घर पर लगाना फायदेमंद साबित होता है और कुछ ऐसे पेड़ों के बारे में भी जिन्हे घर या आने आसपास लगाना नुकसानदेह भी सिद्ध हो सकता है।

क्या वास्तु और ज्योतिष भी ऐसा मानते हैं ?

पेड़ों के संबंध में वास्तु शास्त्र का अध्ययन कर जब ज्योतिष से इसकी तुलना की गई, तो हमें ज्ञात हुआ कि घर में लगे पेड़-पौधे ना सिर्फ आपके सांसारिक जीवन पर प्रभाव डालते हैं, अपितु आध्यात्मिक एवं धार्मिक दृष्टि से भी असर दिखाते हैं। ऐसे कई वृक्ष एवं पौधे हैं जो ज्योतिषीय दृष्टि से आपके भाग्य की उन्नति का कारण बनते हैं तो वहीं कुछ ऐसे पौधे भी हैं, जो आपके जीवन में अनेकानेक क्लेश की वजह भी बढ़ाते हैं। ऐसे में पेड़ों के संबंध में आपका सही जानकार होना आपकी किस्मत के दरवाजे कर सकता है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ पेड़-पौधों के बारे में।

तुलसी

कहते हैं तुलसी की हरियाली आपकी खुशहाली का प्रतीक होती है। तुलसी को हमारे धार्मिक ग्रंथों में वर्णित करते हुए भगवान श्री विष्णु की अर्धांगिनी का दर्जा दिया गया है। तुलसी सर्व गुणकारी है और इसे घर की लक्ष्मी भी कहा जाता है। साथ ही यह आयुर्वेद का प्राण है। तुलसी का प्रयोग औषधि के रूप में  आदिकाल से किया जाता रहा है, इसलिए तुलसी का घर में होना आवश्यक है। यह आपके लिए शुभ एवं सिद्धि के मार्ग प्रशस्त करती हैं, किंतु इसे लगाने के वक्त दिशा का विशेष ध्यान रखा जाता है। तुलसी को कभी भी घर की दक्षिण दिशा में नहीं लगाया जाता है। इसे सदैव घर के पूर्व दिशा अथवा ईशान कोण में लगाएं। साथ ही नियमित सूर्योदय के समय इसमें जल से अर्घ्य प्रदान करें। ध्यान रहे, रविवार के दिन तुलसी का स्पर्श ना करें और ना ही इसमें अर्घ्य प्रदान करें।  कभी भी रात्रि कालीन समय में भूलकर भी तुलसी का स्पर्श ना करें।

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अशोक वृक्ष

ब्रह्मवैवर्त पुराण में अशोक वृक्ष को शुभ एवं मंगलकारी बताया गया है। भगवान वाल्मीकि ने भी रामायण में विख्यात पंचवटी वाटिका में लगे प्रमुखत: पांच वृक्षों को बेहद शुभ फलदायी माना है, जिसमे एक अशोक का पेड़ भी है। यह इस पेड़ को कामदेव का प्रतीक माना जाता है, इसलिए यह इंद्र देव को बहुत अधिक प्रिय है। इस पेड़ को शोक हरने का साधन माना जाता है साथ ही इसे आपसी सौहार्द का भी प्रतीक माना जाता है। अतः घर के सभी कलेश-विकारों को दूर करने के लिए घर में अशोक का पेड़ घर में अवश्य लगाएं।

केले का पेड़

हिंदू धर्म में केले के वृक्ष की पूजा की जाती है, जिसे अत्यंत ही शुभ कार्य माना जाता है। यह घर के आंतरिक क्लेश को तो नष्ट करता ही है, साथ ही आपसी तालमेल वह प्रेम को बरकरार रखने में भी मदद करता है। केले के पेड़ की पूजा-अर्चना करने से आपका बृहस्पति मजबूत होता है। इसके लिए आपको हर बृहस्पतिवार को प्रातः सूर्योदय के समय केले के पेड़ में जल अर्पित करना चाहिए। इसके साथ गुड़, तिल आदि भी चढ़ाना अच्छा माना जाता हैं। इससे आपका बृहस्पति प्रभावशाली होता है और घर में खुशहाली बरकरार रहती है। साथ ही संतान संबंधित परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है। अतः घर में केले का पेड़ अवश्य लगाएं।

शमी का पेड़

न्याय के देवता शनि को प्रसन्न करने के लिए शास्त्रों में कई उपाय बताए गए हैं, जिनमें से एक है शमी के पेड़ की पूजा। शनिदेव की कुदृष्टि से बचने के लिए शमी के पौधे को घर में लगाकर उसकी पूजा करनी चाहिए। इससे घर में खुशहाली तो आएगी ही, साथ ही और शनि भी शांत रहेंगे, और अपनी कृपा दृष्टि आप पर बरसायेंगे। शास्त्रों के अनुसार शमी का पेड़ घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में लगाना फलदायी होता है। इस पेड़ में प्राकृतिक तौर पर अग्नि तत्व होता है। अतः घर में शमी का पेड़ उचित दिशा अनुसार अवश्य लगाएं। शनिदेव की कुदृष्टि से बचने के लिए करें ये उपाय

भूलकर भी अपने घर के नजदीक न लगाए ये वृक्ष

पुराणों एवं ज्योतिष शास्त्र में पीपल, पाकर, बहेड़ा, गूलर, आम, नीम, सभी प्रकार के काँटेदार पेड़-पौधे, अगस्त, इमली, इत्यादि इन सबका घर के नजदीक होना नकारात्मक फलदायी कहा गया है। अतः इन पेड़ों को भूलकर भी अपने घर के आस-पास पैदा ना होने दें। ऐसा करना आपके लिए अमंगलकारी सिद्ध हो सकता है जिससे घर एवं जीवन में कष्टों का निवास बढ़ता है।