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आज का पंचांग 15 मई 2020

Aaj Ka Panchang 15 May 2020

आज दिनांक 15 मई 2020 ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि एवं दिन शुक्रवार है। विक्रम संवत् 2077 है। सूर्य उत्तरायण की स्थिति में उत्तर गोलार्द्ध में मौजूद है। ग्रीष्म ऋतु है।

आज अष्टमी तिथि प्रातः 08 बजकर 23 मिनट तक बनी रहेगी, तत्पश्चात नवमी तिथि का आरंभ हो जाएगा। घनिष्ठा नक्षत्र प्रातः 08 बजकर 23 मिनट तक है। निष्ठा नक्षत्र प्रातः 08 बजकर 30 मिनट तक है, फिर शतभिषा नक्षत्र का आरंभ हो जायेगा। ऐंद्र योग अर्धरात्रि 01 बजकर 48 मिनट तक है जिसके बाद वैधृति योग का आरंभ होना है। कौलव करण प्रातः 08 बजकर 23 मिनट तक रहेगा उपरांत गर करण का आरंभ हो जायेगा। आज चंद्रमा दिन रात कुंभ राशि पर संचार करेगा।

सूर्योदय:- प्रातः 05 बजकर 30 मिनट पर।
सूर्यास्त:- संध्या 07 बजकर 04 मिनट पर।

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शुभ मुहूर्त

किसी कार्य की शुरुआत करने के पूर्व मुहूर्त का ज्ञात होना अत्यंत आवश्यक है। शुभ मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य सदैव शुभफलदायी होता है। आज के शुभ मुहूर्तों में अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक बना हुआ है। अभिजीत मुहूर्त में आरंभ किया गया कार्य अवश्य ही फलदायी होगा। साथ ही आज विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 33 मिनट से 03 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। इसके अतिरिक्त शुभ मुहूर्त में आज निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक रहेगा और गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 51 मिनट से 07 बजकर 15 मिनट तक बना रहेगा।

अमृत काल अगली सुबह 03 बजकर 07 मिनट से 04 बजकर 53 मिनट तक रहेगा। उपरोक्त काल अवधि में आरम्भ किया गया कार्य ज्योतिषीय अनुरूप शुभ फलदायी है। अतः इस दौरान ही शुभ कार्यों की शुरुआत करें।

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अशुभ मुहूर्त

अशुभ मुहूर्त में किये जा रहे कार्यों में व्यवधान उत्पन्न होना तय माना जाता है, अतः किसी भी अच्छे कार्य के आरम्भ के पूर्व इन मुहूर्तों की काल अवधि की समझ आवश्यक है। आज के अशुभ मुहूर्त में राहुकाल प्रातः 10 बजकर 30 मिनट से दोपहर 12 बजे तक है। राहुकाल को सबसे अशुभ एवं संकट का काल माना जाता है। कहा जाता है इस दौरान आरम्भ किये गए कार्यों में अवश्य ही व्यवधान उत्पन्न होता है। इसके अतिरिक्त आज प्रातः 06 बजे से 07 बजकर 30 मिनट तक यमगंड भी रहेगा।

सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। वहीं दुर्मुहूर्त काल सुबह 08 बजकर 13 मिनट से 09 बजकर 08 मिनट तक है, इसके बाद अगला अशुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 45 मिनट से 01 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। वर्ज्य काल दोपहर 04 बजकर 29 मिनट से 06 बजकर 15 मिनट तक बना हुआ है। पूरे दिन पंचक काल रहेगा। अतः ध्यान रहें उपरोक्त बताये गए अवधि में किसी महत्वपूर्ण कार्य को आरम्भ न करें।

मंत्र

ॐ श्रीं श्रीये नम:

महालक्ष्मी च विद्महे, विष्णुपत्नी च धीमहि, तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्।

ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै श्रीं श्रीं ॐ नम:।

उपरोक्त मंत्रों का 108 बार जप करें।

आज के उपाय

  • आज के दिन सफेद वस्त्र धारण करें।
  • श्री सूक्त का पाठ करें।
  • घर से बाहर निकलने से पूर्व दही शक्कर का सेवन करें।
  • काली चीटियों को गुड़ का सेवन कराएं।
  • प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के वृक्ष में जल से अर्घ्य प्रदान करें।
  • संध्या काल में घर की तुलसी के समक्ष एवं पूजन स्थल में घी के दिये जलाएं।
  • आज भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करें।
  • केसर या हल्दी को अपने मस्तक पर तिलक लगाएं