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सफलता पाने के उपाय

Safalta Paane Ke Upay

प्रत्येक इंसान अनेकों ख्वाब लिए जीता है। हर किसी की चाहत होती है कि वह अपने सभी सपनों को साकार करें। जीवन में एक लक्ष्य होता है जिसकी सफलता ही हमारा उद्देश्य होती है। छात्र प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहते हैं, तो युवा नौकरी के लिए इंटरव्यू में सफलता हासिल करना चाहते हैं, वहीं व्यापारी अपने कार्यक्षेत्र में उन्नति एवं सफलता की चाह रखते हैं। इसके लिए सभी अथक प्रयास भी करते हैं, लेकिन प्रायः मार्ग में हाथ लगी असफलता हमें हमारे लक्ष्य से दूर  कर देती है। असफलता केवल हमारे अल्प परिश्रम को ही नहीं दर्शाती, बल्कि हमारे भाग्यदोष, ग्रह-गोचर, कुंडली आदि में मौजूद दोषों को भी दर्शाती है। ऐसे में लक्ष्य प्राप्ति के लिए किए जा रहे परिश्रम के लिए तो सदैव ही आप जिम्मेदार होंगे, किंतु परिश्रम के साथ-साथ अगर भाग्य स्थिति को भी सुधार लिया जाए तो हमें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

ऐसे में आपका यह जानना आवश्यक है कि क्या हो सकते हैं वो उपाय जिन्हे अपनाकर आपको अपने लक्ष्य में  सफल होने से कोई नही रोक सकता।

तो फिर देर किस बात कि अभी पढ़िए हमारे इस लेख को और पाइये सफलता के अचूक सिद्ध मंत्र।

क्या हैं कामयाबी पाने के सही मंत्र?

श्रीमद्भागवत गीता में कहा गया है कि मनुष्य जीवन पाने हेतु प्रत्येक आत्मा को 84 लाख योनियों से गुजरना पड़ता है, जिसके बाद मानव शरीर रुपी रत्न की प्राप्ति होती है। अनेकानेक चुनौतियों से गुजरकर आत्मा का परमात्मा से मानव चोला प्राप्त करने का एक ही ध्येय होता है, जिसकी प्राप्ति में सफलता हासिल करना जीवन की सार्थकता होती है। अर्थात किसी भी लक्ष्य की सार्थकता तभी है जब आप उसमें सफल होते हैं। तो आइये जानते है सफलता प्राप्ति के कुछ उपाय।

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आत्मबोध-तत्वबोध की करें साधना

धर्मों में उल्लेखित आत्मबोध एवं तत्वबोध ऐसी साधना है जिसके माध्यम से मनुष्य सभी पीड़ाओं की शयन काल में आहूति कर नवीन उल्लास के साथ दिन की शुरुआत करता है। इसके लिए प्रतिदिन, रात्रि कालीन समय में सोने के वक्त दैनिक सभी क्रियाकलापों का समीक्षात्मक विवेचन करें और अपनी हर रात को आखिरी रात मानकर सोयें। सुबह उठकर अपने हाथों को सबसे पहले देखे और इस मंत्र का उच्चारण करें:-

कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्द प्रभाते करदर्शनम् ।।

इसके बाद धरती माता को नमन करे, फिर योजनानुसार नये दिन की शुरुआत करें। ऐसा करने से आपको देव आशीष प्राप्त होगा साथ मन में भी आत्मविश्वास बना रहेगा जिससे सफलता प्राप्ति कर पाना सरल रहेगा।

गुरु को करें मजबूत

कहते हैं सफलता प्राप्ति के लिये कुंडली में गुरु का मजबूत होना आवश्यक है। अतः गुरु को मजबूत करने के लिए इस मंत्र का नियमित जप करें:-

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः

करें गणेश पूजा

किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए घर से बाहर निकलते वक्त घर के पूजा घर में जाकर माथा टेके और शुभ कार्य के रूप में आपके कार्य की सफलता के लिए भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना करें। इसके साथ ही निम्न मंत्र का जाप करें:-

ॐ श्री गणेशाय नमः

लें बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद

घर से बाहर निकलने से पूर्व किसी बड़े-बुजुर्ग से आशीर्वाद जरूर लें, साथ ही अगर घर में कोई कुंवारी कन्या हो तो उसके चरण छूकर सफलता प्राप्ति का आशीर्वाद लें। इसके बाद किसी वरिष्ठ के हाथों से दही-शक्कर खाकर घर से बाहर निकलें, सफलता अवश्य प्राप्त होगी।

स्वयं से खुद को करें प्रोत्साहित

कई बार ऐसा होता है कि हम परीक्षा के लिए बहुत अधिक प्रयत्न करते हैं, बहुत मेहनत करते हैं, फिर भी हमें संतुष्टि नहीं मिलती। हम भय से ग्रसित रहते हैं कि पता नहीं कैसा प्रश्न आएगा। हम उसका हल निकाल पाएंगे या नहीं। यह हमारे आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है जो परीक्षा में जाने के बाद या किसी भी इंटरव्यू या शुभ कार्य हेतु जाने पर ऐन मौके पर हमारे मन में आकर मानसिक तनाव का कारण बन जाता है और हम जानते हुए भी प्रश्नों का हल नहीं निकाल पाते। यह हमारी असफलता का एक बड़ा कारण बनता है। इसके लिए आवश्यक है कि हम स्वयं खुद को प्रोत्साहित करें। हम अपने आपसे कहे कि "हाँ, मैं यह कर सकता हूँ", "यह काम मेरे द्वारा किया जा सकता है", "मैं इसे करके ही रहूँगा", आदि। ऐसा करने से आपके अंदर एक जबरदस्त आत्मविश्वास आएगा, जो आपको हर कार्य में सफलता हासिल कराने में मदद दिलाएगा।