विवाह, स्वास्थ्य, नौकरी, व्यापार, धन-सम्पत्ति, मकान, वास्तु, कोर्ट-कचहरी, संतान, शिक्षा, उन्नति, पारिवारिक दिक्कतें, कुंडली मिलान, विदेश निवास या यात्रा, करियर आदि से जुड़ी सभी समस्याओं के सटीक उपाय जानें लाल किताब गुरु आचार्य पंकज धमीजा जी से।
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विशेष समस्याओं के निवारण हेतु बजरंग बलि से जुड़े विशेष उपाय

Hanuman Ji Special Upay for Special Problems

त्रेता काल में जब भगवान विष्णु श्री राम के रूप में इस धरा पर अवतरित हुए थे, उसी काल में भगवान श्री हरि विष्णु के साथ साथ भोले भंडारी ने भी अपने 11वें रुद्रावतार के स्वरूप में हनुमान जी के रूप में पृथ्वी पर अवतरण लिया था। कहा जाता है कि श्री राम, रावण के वध एवं अपनी लीलाओं को पूर्ण करने के पश्चात सरयू नदी में स्नान कर अपने लोक चले गए थे, किंतु श्री रामचंद्र ने अपने भक्तों के कष्टों को के निवारण हेतु श्री हनुमान को पृथ्वी लोक पर ही छोड़ दिया ताकि श्री हनुमान भगवान श्रीराम एवं अन्य भक्तों के कष्टों का निवारण करते रहें। यही कारण है कि हनुमानजी को जागृत देवता कहा जाता है और यह माना जाता है कि हनुमान जी आज भी पृथ्वी लोक पर अवस्थित है एवं भक्तों के कष्टों के निवारण हेतु सदैव तत्पर रहते हैं।

हनुमान जी को प्रसन्न करने हेतु लोग अनेकानेक जतन करते हैं एवं उन्हें प्रसन्न करते हैं ताकि उनकी कृपा दृष्टि सदैव बनी रहे। हनुमान जी बल, बुद्धि, ऐश्वर्या, शक्ति, शौर्य आदि के देवता माने जाते हैं। इन के संबंध में यह कहा जाता है कि यह अति शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं जो भक्तों के दुखों के निवारण हेतु तत्काल प्रकट होते हैं।

आज हम आपको बताएंगे कि हनुमान जी को किन-किन दिन आराधना कर शीघ्रता से प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने हेतु पात्रता बना पाना सहयोगी है। आइए जानते हैं हनुमान जी को प्रसन्न करने हेतु कुछ विशेष उपाय एवं दिन-

ये दिन है बजरंगबली का

भगवान श्री हनुमान जी के लिए शनिवार और मंगलवार का दिन उपयुक्त माना जाता है। प्रायः लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि शनिवार तो भगवान शनि का दिन है, फिर इस दिन हनुमान जी की पूजा क्यों की जाती है? दरअसल जब हनुमान जी लंका पति की नगरी लंका का दहन कर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने शनिदेव को लंका नरेश के कारावास से छुड़ाया था, जिस पर शनि देव ने भगवान श्री हनुमान के साथ प्रेमवत व्यवहार करते हुए उनका आभार व्यक्त किया और यह कहा कि आज से हनुमान की भक्तों पर कभी भी शनि की बुरी दृष्टि नहीं पड़ेगी। जो भी जातक शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा-आराधना करेगा, उसके ऊपर ना सिर्फ शनि का आशीष रहेगा, अपितु हनुमान की भी कृपा दृष्टि सदैव बनी रहेगी। तब से ही भगवान शनि के कथन अनुसार शनिवार के दिन शनि देव के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा आराधना की जाने लगी।

भगवान हनुमान जी की पूजा-आराधना हेतु लोग अनेकानेक प्रकार के मंत्र उपाय आदि अपनाते हैं। किंतु धार्मिक तौर पर सबसे अधिक मान्यता की बात अगर करें तो बजरंगबाण एवं हनुमान चालीसा का विशेष महत्व बताया जाता है।

तो आइए आज हम आपको हनुमान जी को प्रसन्न करने हेतु कुछ खास तौर-तरीकों के साथ-साथ बजरंग बाण के विशेष प्रभाव के संबंध में बतलाते हैं।

खास दिन करें खास पूजा

अगर आपके विवाह हेतु रिश्ते बार-बार टूट रहे हैं, अथवा वैवाहिक रिश्ते में किसी न किसी प्रकार का तनाव आए दिन बना रहता है, अपने विवाह एवं वैवाहिक संबंधों को लेकर यदि आप मानसिक रूप से सदैव तनावग्रस्त रहते हैं, तो हर मंगलवार और शनिवार के दिन बजरंग बाण का श्रद्धा पूर्वक पाठ करें एवं भगवान हनुमान की पूजा उपासना करें। विवाह में आ रही समस्याएं दूर होंगी एवं वैवाहिक संबंध भी मजबूत है।

यदि आपकी कुंडली में शनि, राहु, केतु आदि की महादशा चल रही है तो आपको प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार के दिन तीन बार बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। तत्पश्चात हनुमान चालीसा का पाठ कर भगवान हनुमान की पूजा उपासना करनी चाहिए। इससे आपकी कुंडली में बिगड़ी हुई ग्रह दशा में सुधार आता है एवं ग्रहों की स्थिति आपके अनुकूल हो जाती है।

जो भी जातक नित्य प्रतिदिन बजरंग बाण का पाठ करते हैं, उनके जीवन में नौकरी से संबंधित कभी भी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आती है, और ना ही नौकरी छूटने का भय रहता है।

मंगलवार और शनिवार को बजरंग बाण का पाठ करने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है, साथ ही पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। इसके अतिरिक्त काला-जादू, भूत प्रेत आदि जैसी चीजों का कभी कोई भय नहीं होता।

अगर आप किसी गंभीर रोग से ग्रसित हैं, तो प्रतिदिन सुबह और शाम बजरंग बाण का पाठ करें। इससे धीरे-धीरे आपकी रोग निष्क्रिय हो जाएंगे एवं शीघ्र ही आप हष्ट-पुष्ट व स्वस्थ हो जाएंगे।

वास्तु दोषों के निवारण हेतु भी बजरंग बाण को उपयुक्त माना जाता है। वास्तु दोष के विशेषज्ञ घर के वास्तु दोषों के निवारण हेतु बजरंग बाण का पाठ करने की सलाह देते हैं।

अगर आपके घर में आए दिन आर्थिक समस्याएं बनी रहती हैं, तो  मंगलवार एवं शनिवार के दिन आप भगवान श्री हनुमान को तुलसी दल अथवा तुलसी की लकड़ियों से पिरोए हुए माले चढ़ाएं, साथ ही घर में लगे तुलसी के पौधे में भी जल अर्पित करें। इसका श्रृंगार कर संध्याकाल में तुलसी के समीप सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

मंगलवार और शनिवार के दिन उक्त मंत्र का जप करने से घर के सभी बुरे साए, कलह-क्लेश आदि समाप्त होते हैं। घर पर भूत-पिशाच, पैतृक कष्ट आदि की समस्याएं समाप्त होती हैं एवं सुख-शांति, समृद्धि पूर्ण सकारात्मक परिवेश उत्पन्न होता है।

ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय।
नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः।।
प्रनवउं पवनकुमार खल बन पावक ग्यानधन।
जासु हृदय आगार बसिंह राम सर चाप घर।।